नई दिल्ली, 24 अक्टूबर (आईएएनएस)| हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए आए रुझानों से जैसे ही यह स्पष्ट हो गया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) हरियाणा में अपने दम पर सरकार नहीं बना पाएगी, राज्य इकाई के प्रमुख सुभाष बराला ने पार्टी नेतृत्व को अपना इस्तीफा सौंपने की पेशकश की है। टोहाना क्षेत्र में बराला खुद जननायक जनता पार्टी (जजपा) के उम्मीदवार देविंदर सिंह बबली से 25,090 से अधिक मतों से हार गए।
चुनाव आयोग द्वारा जारी नवीनतम रुझानों के अनुसार, 90 सदस्यीय हरियाणा विधानसभा में भाजपा 37 सीटों पर आगे चल रही है और वह अभी भी बहुमत के जादुई आंकड़े से नौ सीट दूर है। इसके साथ ही कांग्रेस 35 सीटों पर आगे चल रही है, जबकि जजपा नौ सीटों पर आगे है और इस तरह से वह किंगमेकर की भूमिका निभा सकती है।
रुझानों से पता चला कि आठ मंत्री और 15 से अधिक भाजपा विधायक पीछे चल रहे है।
वित्तमंत्री कैप्टन अभिमन्यु को भी नारनौंद से हार का सामना करना पड़ा, जबकि एक अन्य जाट नेता और कैबिनेट मंत्री ओ.पी. धनखड़ भी पीछे हैं।