उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव 2019 के मद्देनजर बने सामाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के बीच दरार की खबरें आ रही हैं।गठबंधन के बावजूद उम्मीद के अनुसार नतीजे न आने से नाखुश बसपा सुप्रीमो मायावती ने पार्टी की मीटिंग में कहा है कि यूपी के 11 सीटों पर होने वाले उपचुनाव में उनकी पार्टी अकेले लड़ेगी। दिल्ली के सेंट्रल ऑफिस में सोमवार को हुई समीक्षा बैठक में मायावती गठबंधन से नाखुश नजर आईं। उन्होंने कहा कि गठबंधन से पार्टी को फायदा नहीं हुआ। यादव का वोट हमारी पार्टी को ट्रांसफर नहीं हुआ।
खबरों के अनुसार बीएसपी पदाधिकारियों से मिले फीडबैक के बाद मायावती ने बैठक में कहा कि गठबंधन का वोट चुनावों में ट्रांसफर नहीं हुआ। लिहाजा आगामी उपचुनाव में बीएसपी अकेले ही लड़ेगी। बता दें कि लोकसभा चुनाव में बीएसपी के 11 प्रत्याशी संसद पहुंचे हैं, जिसके बाद खाली हुई सीटों पर छह महीने के भीतर चुनाव होने हैं।
आपको बता दें कि 2019 लोकसभा चुनाव में बीएसपी को संतोषजनक सीटें न मिलने और कुछ प्रदेशों में करारी हार को लेकर मायावती ने पार्टी कार्यकर्ताओं की अखिल भारतीय स्तर पर मीटिंग बुलाई। यूपी के सभी बसपा सांसदों और जिलाध्यक्षों के साथ बैठक में मायावती ने कहा कि पार्टी सभी विधानसभा उपचुनाव में लड़ेगी और अब 50 फीसदी वोट का लक्ष्य लेकर राजनीति करनी है। मायावती ने ईवीएम में धांधली का भी आरोप लगाया।