रांची, 21 दिसंबर (आईएएनएस)। झारखंड के खूंटी जिले में सोमवार को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में 15 लाख रुपये का एक इनामी नक्सली मारा गया।
प्रतिबंधित माओवादी संगठन पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएलएफआई) का जोनल कमांडर जिंदन गुदिया राज्य पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के संयुक्त अभियान में मारा गया। जिंदन का नाम नक्सली गतिविधियों से संबंधित 100 से ज्यादा आपराधिक मामलों में दर्ज था।
जिंदन लंबे समय से राज्य पुलिस का वांछित था। पीएलएफआई में सरगना दिनेश गोप के बाद वह नंबर दो माना जाता था। गोप के सिर एक करोड़ रुपये का इनाम है। मारे गए नक्सली गुरिल्ला के पास से पुलिस ने एक एके-47 राइफल बरामद की।
खूंटी जिले में कोयसनार पहाड़ी पर माओवादी छापामारों की मौजूदगी की सूचना खूंटी पुलिस को मिली। इसके बाद नक्सलियों को पकड़ने के लिए राज्य पुलिस और सीआरपीएफ द्वारा एक संयुक्त अभियान शुरू किया गया।
टीम जब कोयनासर पहाड़ी पर पहुंची, तो छापामारों ने उन पर गोलीबारी शुरू कर दी, जिस पर सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई की। गोलीबारी में जिंदन गुदिया की मौत हो गई, जबकि अन्य नक्सली भागने में सफल रहे।
पुलिस के मुताबिक, जिंदन ने कथित तौर पर पूर्व उपमुख्यमंत्री और झारखंड छात्र संघ के अध्यक्ष सुदेश महतो को मारने के लिए पांच करोड़ रुपये की सुपारी ली थी। उसने महतो की हत्या के दो असफल प्रयास किए थे।
–आईएएनएस
एसजीके/एएनएम