झारखंड में सीमित संसाधनों से ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार सृजन करना लक्ष्य : हेमंत

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रांची, 4 मई (आईएएनएस)। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोमवार को कहा कि ग्रामीण विकास विभाग द्वारा प्रारंभ की जा रही तीन योजनाओं के माध्यम से 25 करोड़ मानव दिवस सृजन करने का लक्ष्य है, इससे करीब 20 हजार करोड़ रुपये लाखों श्रमिकों को पारिश्रमिक के रूप में प्राप्त होगा। उन्होंने कहा कि हमें सीमित संसाधनों के बल पर स्वास्थ्य सुविधा, प्रवासी श्रमिकों की घर वापसी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार का सृजन करना है।

सोरेन ने यहां ग्रामीण विकास विभाग से संबंधित बिरसा हरित ग्राम योजना, नीलाम्बर-पीताम्बर जल समृद्घि योजना और वीर शहीद पोटो हो खेल विकास योजना की शुरुआत करते हुए कहा कि यह संकट का समय है।


उन्होंने कहा, “झारखण्ड आज कोरोना संक्रमण से जूझ रहा है। यह बड़ी चुनौती है। झारखण्ड का रोजगर खेतों से जुड़ा है। संक्रमण के दौर में उद्योग बंद हैं। ऐसे में ग्रामीण क्षेत्रों में भुखमरी व बेरोजगारी की स्थिति उत्पन्न न हो इस निमित्त कार्य योजना तैयार कर ली गई है। शुरू की गई योजनाएं निर्णायक भूमिका निभाने वाली होंगी।”

मुख्यमंत्री ने कहा कि बिरसा हरित ग्राम योजना के तहत फलदार पौधा लगाने का लक्ष्य निर्धारित है। इसमें बुजुगोर्ं और विधवा महिलाओं को प्राथमिकता दी जाएगी, जिससे उनके लिए भी रोजगार उपलब्ध कराया जा सके। योजना के जरिये सरकार सड़क किनारे, सरकारी भूमि, व्यक्तिगत या गैर मजरुआ भूमि पर फलदार पौधा लगाया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में खेल प्रतिभाओं की कमी नहीं है। सरकार ने पंचायत स्तर पर खेल का मैदान निर्माण करने की योजना शुरू की है। वीर शहीद पोटो हो खेल विकास योजना के माध्यम से जहां एक ओर सरकार खिलाड़ियों की प्रतिभा को निखारने का कार्य करेगी, वहीं खेल के माध्यम से नौकरी में आरक्षण भी दिया जाएगा।


सोरेन ने कहा कि नीलाम्बर पीताम्बर जल समृद्घि योजना के माध्यम से पांच लाख करोड़ लीटर जल वृद्घि की योजना है।

–आईएएनएस

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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