बीजिंग, 21 नवंबर (आईएएनएस)। चीन विश्व के प्रमुख अनाज उत्पादक देशों में से एक है। चीन न केवल एक अरब चालीस करोड़ आबादी को अनाज की आपूर्ति करता है, बल्कि विश्व के अन्य देशों को भी खाद्य उत्पादों का निर्यात करता है। ध्यान देने वाली बात है कि खाद्य सुरक्षा पूरी दुनिया के लिए चिंता का विषय है। कृषि प्रधान देश होने के नाते चीन में भी खाद्य सुरक्षा पर ध्यान देने पर जोर दिया जा रहा है।
इस बीच चीनी राज्य परिषद के जनरल कार्यालय ने कृषि योग्य भूमि के गैर-खाद्यान्न उपयोग को रोकने के संबंध में दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इसके साथ ही खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अनाज उत्पादन को स्थिर करने के बारे में भी गाइडलाइंस जारी की गयी है।
खाद्य सुरक्षा को चीन के कृषि कार्य में सर्वोच्च प्राथमिकता के रूप में रेखांकित किया गया है। हाल में जारी दिशानिदेशरें में जोर दिया गया है कि कृषि संसाधनों का उपयोग करने में अनाज उत्पादन प्राथमिकता होनी चाहिए। इसने संबंधित विभागों से उत्पादन संरचनाओं का अनुकूलन करने, सख्त कृषि सुरक्षा नीतियों को लागू करने और वैज्ञानिक रूप से कृषि योग्य भूमि का उपयोग करने का आग्रह भी किया गया है।
वहीं गाइडलाइंस में देश को कृषि योग्य भूमि के उपयोग के लिए विशेष सुरक्षा उपायों और नियमों को लागू करने पर जोर दिया गया है। कहा गया है कि कृषि योग्य भूमि को अन्य प्रकार की कृषि भूमि, जैसे कि जंगलों और उद्यानों में परिवर्तित करने पर सख्त प्रतिबंध लगाने की जरूरत है। इसके साथ ही बाजार में अत्यधिक मात्रा में अखाद्य उत्पादों के अव्यवस्थित उत्पादन को रोकने के लिए भी प्रयास किए जाने की आवश्यकता जताई गयी है।
इसके अलावा स्थायी बुनियादी खेती की रक्षा के लक्ष्यों को पूरा करने पर भी जोर दिया गया है। वहीं उत्पादन और व्यावसायिक गतिविधियों को विनियमित करने के प्रयासों पर ध्यान देने की जरूरत बताई गयी है। जबकि भूमि के विनाशकारी उपयोग को प्रतिबंधित करने पर भी फोकस करने का आह्वान किया गया है। गाइडलाइंस में यह भी कहा गया है कि स्थानीय सरकारों और किसानों को अनाज उत्पादन के लिए प्रोत्साहित करने के उपाय लागू करने चाहिए। और प्रमुख अनाज उत्पादक क्षेत्रों में आर्थिक क्षतिपूर्ति तंत्र में भी सुधार करना होगा।
(अनिल पांडेय – चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
— आईएएनएस