महामारी-उपरांत युग में वैश्विक गरीबी कम करने पर हुई चर्चा

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बीजिंग, 25 नवंबर (आईएएनएस)। 2020 वैश्विक गरीबी उन्मूलन भागीदारी संगोष्ठी 24 नवम्बर को पश्चिमोत्तर चीन के कानसू प्रांत के लोंगनान शहर में आयोजित हुई, जिसमें भाग लेने वाले लोगों ने महामारी-उपरांत युग में वैश्विक गरीबी को कम करने में नए सुधार और सहयोग पर विचार विमर्श किया।

चीनी राज्य परिषद के गरीबी उन्मूलन और विकास नेतृत्वकारी दल कार्यालय के उप प्रधान छन चीकांग ने कहा कि कोविड-19 महामारी विभिन्न देशों के लिए एक बड़ी परीक्षा है। चीन ने संजीदगी के साथ इसका मुकाबला किया और गरीबी उन्मूलन में महामारी के प्रभाव के लिए एक विश्लेषण और प्रतिक्रिया तंत्र स्थापित किया। इसके साथ ही चीन ने उत्पादन की बहाली और रोजगार के संवर्धन दोनों पहलुओं पर ध्यान देते हुए महामारी की वजह से पुन: गरीब होने से बचाया और गरीब लोगों को गतिशील सहायता दी। इन कदमों से सिलसिलेवार वास्तविक उपलब्धियां प्राप्त हुईं। वर्तमान में चीन में अनिवार्य शिक्षा, आधारभूत चिकित्सा, आवास सुरक्षा और पेयजल सुरक्षा जैसे मुद्दों को पूरी तरह हल किया जा चुका है। गरीबी उन्मूलन परियोजनाओं का स्थिर रूप से और तेज गति से कार्यान्वयन किया जा रहा है, संबंधित उद्योग अच्छी तरह से विकसित हो रहे हैं।


चीन में स्थित यूएन विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) के प्रतिनिधि छ्वी स-शी ने कहा कि चीन में सभी 832 गरीब कांउटियां 23 नवम्बर तक गरीबी से पूरी तरह निकल गईं, जिससे दूसरे विकासशील देशों को बड़ी प्रेरणा मिली है। डब्ल्यूएफपी चीन के साथ 40 साल से सहयोग कर रहा है, जो चीन में गरीबी उन्मूलन का साक्षी और भागीदार है। चीन की शुष्क कृषि प्रौद्योगिकी, ई-कॉमर्स से गरीबी उन्मूलन आदि अनुभव दूसरे विकासशील देशों के लिए सीखने योग्य हैं।

बता दें कि चीनी अंतरराष्ट्रीय गरीबी उन्मूलन केंद्र, यूएन खाद्य और कृषि संगठन, यूएन विश्व खाद्य कार्यक्रम आदि संस्थाओं ने संयुक्त रूप से मौजूदा संगोष्ठी का आयोजन किया।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)


— आईएएनएस

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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