मप्र में बाल विवाह के खिलाफ लड़ेगी बाल और युवा पीढ़ी

  • Follow Newsd Hindi On  

भोपाल, 14 नवंबर (आईएएनएस)| समाज की कुरीतियों में सबसे प्रमुख बाल विवाह है, क्योंकि इसके चलते जिंदगी पहाड़ बन जाती है और जिंदगी ही समस्या भी बन जाती है। इस समस्या के खिलाफ लड़ाई लड़ने का संकल्प बच्चे और युवाओं के एक समूह ने बाल दिवस की पूर्व संध्या पर लिया। बच्चों के लिए काम करने वाली संस्था यूनिसेफ की एक पहल पर युवाओं और बच्चों के एक समूह ने सामूहिक रूप से बाल दिवस की पूर्व संध्या पर बाल विवाह के विरोध और बाल अधिकार के समर्थन में एक कार्यक्रम का आयोजन किया। यह आयोजन यूनिसेफ के यूथ फॉर चिल्ड्रेन कार्यक्रम के तहत किया गया।

इसमें 100 गुड़ियों के जोड़ों को दिखाया गया, जिनमें से 32 जोड़े बच्चों के थे। उनके पास किताबें और खिलौने थे, जो यह बयां करती है कि उन्होंने अपने बचपन को कहीं खो दिया है।


इस मौके पर बाल अधिकार पर्यवेक्षक की अध्यक्ष और राज्य की पूर्व मुख्य सचिव निर्मला बुच ने कहा कि, बाल विवाह को कम करने के लिए प्रयास किए गए हैं, लेकिन अभी भी बहुत कुछ किए जाने की आवश्यकता है।

यूनिसेफ के राज्य प्रमुख माइकल जुमा ने कहा कि, बाल विवाह बाल अधिकारों का उल्लंघन है और हमें बाल विवाह को ना कहने की आवश्यकता है। वर्तमान में हमारे सामने बाल विवाह और बच्चों के खिलाफ हिंसा जैसी कई चुनौतियां हैं, जिन पर कड़ी कार्रवाई होने की जरूरत है।

यूनिसेफ संचार विशेषज्ञ अनिल गुलाटी ने बताया कि भोपाल के युवा समूहों द्वारा बाल दिवस के अवसर पर बाल अधिकार के लिए स्कूल फोरम के साथ यह महत्वपूर्ण प्रयास है। इसी तरीके से सकारात्मक पहल युवाओं को करनी चाहिए। समाज को बाल विवाह, पोषण, शिक्षा आदि मुद्दों पर जागृत करने की आवश्यकता है।


वसुधा संस्थान की गायत्री परिहार ने कार्यक्रम का संचालन किया और कहा कि राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण के आंकड़ों से पता चलता है कि मध्य प्रदेश में 32 प्रतिशत से अधिक बच्चे अपनी योग्य उम्र से पहले शादी कर लेते हैं जिससे कि उनके अधिकारों का हनन हो रहा है और बहुत हद तक कुपोषण और अनेकों परेशानियां सामने आ रही हैं।

किशोर भी बाल विवाह की समस्याओं से वाकिफ है। अंकुर विद्यालय की दसवीं की छात्रा साक्षी जाधव ने वादा किया कि जहां कहीं भी वह बाल विवाह देखेगी उसको रोकने का प्रयास करेगी क्योंकि उस जैसी कई बच्चियां बाल विवाह की भेंट चढ़कर अपनी जिंदगी को परेशानी में डाल चुकी हैं ।

 

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम पर फ़ॉलो और यूट्यूब पर सब्सक्राइब भी कर सकते हैं.)