नई दिल्ली, 19 मार्च (आईएएनएस)| निर्वाचन आयोग ने मंगलवार को फेसबुक व ट्विटर सहित इंटरनेट कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। आयोग ने आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) लागू हो जाने के बाद आगामी लोकसभा चुनाव में प्रचार के लिए सोशल मीडिया से जुड़े मुद्दों पर चर्चा के लिए यह बैठक की।
यह बैठक सेंटर फॉर अकाउंटबिलिटी एंड सिस्टेमिक चेंज (सीएएससी) द्वारा निर्वाचन आयोग को एक नोटिस भेजे जाने के बाद हुई है। सीएएससी ने अपने नोटिस में निर्वाचन आयोग से सोशल मीडिया का दुरुपयोग कर मतदाताओं को प्रभावित किए जाने के खिलाफ कार्रवाई का आग्रह किया है।
इस बैठक का एजेंडा चुनाव के दौरान सोशल मीडिया के दुरुपयोग से बचने के तरीके खोजना और उल्लंघन पर निर्वाचन आयोग के लिए तंत्र बनाना है।
निर्वाचन आयोग ने चुनाव के दौरान सोशल मीडिया के उपयोग के लिए कड़े दिशा-निर्देश नौ मार्च को पेशा किए थे। इसके अनुसार राजनीतिक दल और उम्मीदवार असत्यापित विज्ञापनों, रक्षा कर्मियों की तस्वीरें, नफरत भरे भाषण व फर्जी खबरें अपने अकांउट से पोस्ट नहीं करेंगे।
नए दिशा-निर्देशों के अनुसार, उम्मीदवारों को नामांकन पत्र दाखिल करते समय अपने सोशल मीडिया अकाउंट का विवरण प्रस्तुत करना जरूरी है। उनकी फेसबुक, व्हाट्सएप, ट्विटर, गूगल की गतिविधियों पर निर्वाचन आयोग बराबर नजर रखेगा।