इस्लामाबाद, 22 अगस्त (आईएएनएस)| पाकिस्तान ने कहा है कि कश्मीर मामले में तनाव के बढ़ने के बावजूद वह भारत की सीमा से लगे करतारपुर गलियारे को इस साल नवंबर में खोलने के लिए प्रतिबद्ध है। इस सीमावर्ती गलियारे से सिख श्रद्धालु बिना वीजा के पाकिस्तान स्थित करतारपुर साहिब मत्था टेकने जा सकेंगे।
पाकिस्तानी मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के प्रवक्ता डॉ. मोहम्मद फैसल ने साप्ताहिक संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस मामले में जल्द ही एक बैठक बुलाई जाएगी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान बाबा गुरु नानक जी की 550वीं जयंती पर करतारपुर कॉरिडोर को खोलने के लिए प्रतिबद्ध है।
सिखों के बेहद पवित्र तीर्थस्थलों में से एक करतारपुर साहिब गुरुद्वारा भारतीय सीमा से महज चंद किलोमीटर की दूरी पर पाकिस्तान में स्थित है। इस गलियारे से सिख श्रद्धालुओं को बिना वीजा गुरुद्वारे तक जाने की इजाजत होगी।
पाकिस्तानी मीडिया की रिपोर्ट में कहा गया है कि कश्मीर मामले में पैदा ताजा विवाद के बावजूद पाकिस्तान तो गलियारे को लेकर पूर्व कार्ययोजना पर कायम है लेकिन ‘यह साफ नहीं है कि क्या भारत भी इस परियोजना को लेकर पहले की तरह प्रतिबद्ध है या नहीं?’
एक सवाल के जवाब में प्रवक्ता ने कहा कि भारत ने अभी तक सिंधु जल समझौते का नवीकरण नहीं किया है।
भारत से रेल और बस संपर्क समाप्त करने के बाद पाकिस्तान में फंसे भारतीयों के सवाल पर उन्होंने कहा कि उन्हें पाकिस्तान में किसी भारतीय के होने की जानकारी नहीं है लेकिन अगर कोई हुआ तो उसे पूरी मदद दी जाएगी। ऐसे नागरिक पैदल वाघा सीमा के जरिए वापस जा सकते हैं क्योंकि यह सीमा खुली हुई है।