राहुल की जुबान फिसली, भाजपा ने मुद्दा बनाया

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भोपाल/इंदौर 30 अक्टूबर (आईएएनएस)| कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पनामा पेपर लीक मामले में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के बेटे का नाम लेने के बजाय मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बेटे का नाम लेने पर अपनी गलती मान ली है। राहुल का बयान आने के बाद भी शिवराज के बेटे की ओर से मानहानि का मुकदमा दायर किया गया है, वहीं भाजपा ने आक्रामक रुख अपनाते हुए इस मामले को मुद्दा बनाने की मुहिम तेज कर दी है।

राहुल गांधी ने सोमवार को झाबुआ की जनसभा में पनामा पेपर लीक मामले का जिक्र करते हुए कहा था कि ‘पनामा पेपर में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री का नाम आने पर पद छोड़ना पड़ता है, वहीं मामा के बेटे का नाम आने पर कोई कार्रवाई नहीं होती।’ मामा यानी शिवराज। यह मामला मीडिया में आने पर राहुल को अपनी गलती का अहसास हुआ।


मंगलवार को इंदौर में पत्रकारों से अनौपचारिक मुलाकात के दौरान राहुल से जब प्रदेश सरकार पर हमला न किए जाने का जिक्र किया गया तो उन्होंने कहा, “कल मैंने पनामा पेपर लीक मामले में शिवराज सिंह चौहान के बेटे पर आरोप लगाया था, वास्तव में पनामा मामले में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के बेटे का नाम है, भाजपा की राज्य सरकारों ने इतने स्कैम किए हैं कि मैं कन्फ्यूज हो गया, पनामा में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री के बेटे का नाम नहीं है। मगर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री के काल में व्यापमं और ई-टेंडरिंग घोटाला हुआ है।”

राहुल द्वारा पनामा पेपर मामले में गलती मान लिए जाने पर पत्रकारों ने मुख्यमंत्री शिवराज से प्रतिक्रिया जानना चाहा तो शिवराज ने कहा कि राहुल गांधी माफी मांगेंगे तब वे विचार करेंगे।

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिह ने भी राहुल गांधी पर हमला किया है। उन्होंने कहा, “राहुल गांधी को कोई कंफ्यूजन नहीं हुआ है, बल्कि वे प्रदेश की जनता को भ्रमित करने के लिए झूठ बोले हैं, पूरी कांग्रेस झूठ की फैक्ट्री चला रही है।”


कांग्रेस की राज्य प्रचार अभियान समिति के समन्वयक मनीष राजपूत का कहना है कि राहुल गांधी ने जब अपने बयान पर गलती मान ली है तो मुख्यमंत्री के बेटे को न्यायालय में परिवाद दायर नहीं करना चाहिए, और भारतीय जनता पार्टी को यह कहने का कोई अधिकार नहीं है कि कांग्रेस झूठ बोल रही है। वास्तव में तो भाजपा ही झूठ की फैक्ट्री चलाती है।

राजनीतिक विश्लेषक रवींद्र व्यास ने कहा, “भाषणों के दौरान कई बार नेताओं की जुबान फिसल जाती है, राहुल गांधी की तो कर्नाटक में भी जुबान फिसली थी और उन्होंने अपनी पार्टी के नेता को ही मुसीबत में डाल दिया था, झाबुआ में भी ऐसा ही हुआ होगा लगता है। भाजपा के सामने समस्या है कि वह क्या करे, उसके पास फिलहाल राज्य में कोई ऐसा मुद्दा नहीं है जिससे वह कांग्रेस को घेर सके, लिहाजा भाजपा ने राहुल के बयान के जरिए ही कांग्रेस को घेरने की रणनीति बनाई है।”

व्यास का कहना है कि राहुल गांधी ने गलती स्वीकार की है, जबकि नेता तो उलटा ही दूसरे को दोषी ठहराते हैं। लिहाजा, भाजपा को इसे राजनीतिक मुद्दा बनाने की बजाय सीख लेनी चाहिए।

राहुल गांधी का बयान, उसके बाद गलती मान लेना और शिवराज के बेटे की ओर से परिवाद दायर करना प्रदेश में आने वाले दिनों में सियासी घमासान मचने का संकेत दे रहे हैं़।

राहुल के दो दिवसीय के दौरे के दौरान पनामा पेपर्स लीक मामले को लेकर दिए गए बयान पर मुख्यमंत्री शिवराज के बेटे कार्तिकेय सिंह चौहान की ओर से मंगलवार को भोपाल की अदालत में परिवाद (कम्प्लेन) दायर किया गया है।

कार्तिकेय की ओर से अधिवक्ता शिरीष श्रीवास्तव ने मंगलवार को विशेष न्यायाधीश सुरेश सिंह की अदालत में परिवाद दायर किया।

श्रीवास्तव ने संवाददाताओं से चर्चा करते हुए कहा कि कार्तिकेय की ओर से न्यायालय में परिवाद दायर किया गया है, क्योंकि राहुल गांधी ने शिवराज और उनके बेटे की छवि को धूमिल करने की कोशिश की है। उनका यह आरोप योजनाबद्ध है। राहुल इस तरह के आरोप लगाकर राजनीतिक लाभ उठाना चाहते हैं।

अधिवक्ता ने आगे कहा कि राहुल गांधी ने झाबुआ में एक जनसभा के दौरान पनामा पेपर्स लीक मामले में शिवराज के बेटे कार्तिकेय का नाम होने का आरोप लगाया था। शिवराज और उनके बेटे का किसी भी तरह के लीक्स से कोई लेनादेना नहीं है, यह पूरी तरह राजनीतिक और छवि धूमिल करने वाला बयान है, इसलिए कार्तिकेय की ओर से मानहानि का परिवाद न्यायालय में दायर किया गया है। परिवाद के साथ अखबारों की कतरनें और वीडियो भी संलग्न किया गया है।

राहुल के इस आरोप पर शिवराज ने मंगलवार को संवाददाताओं से चर्चा करते हुए कहा, “राहुल गांधी कोई छोटे या गलीछाप नेता नहीं हैं, लिहाजा उन्होंने जो आरोप लगाया है वह बिना सोचे-समझे नहीं लगाया होगा।”

राहुल गांधी ने उज्जैन, झाबुआ में सोमवार को जनसभाएं की। उन्होंने इस दौरान व्यापमं और पनामा पेपर्स में चौहान के परिवार का नाम होने का आरोप लगाया। पनामा पेपर्स में तो उन्होंने शिवराज के बेटे तक का जिक्र किया।

शिवराज ने सोमवार देर रात को ट्वीट कर कहा, “पिछले कई वर्षो से कांग्रेस मेरे और मेरे परिवार के ऊपर अनर्गल आरोप लगा रही है। हम सबका सम्मान करते हुए मर्यादा रखते हैं, लेकिन आज तो राहुल गांधी ने मेरे युवा बेटे कार्तिकेय का नाम पनामा पेपर्स में आया है, कहकर सारी हदें पार कर दी! कल (मंगलवार) ही हम उन पर मानहानि का दावा कर रहे हैं।”

 

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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