राज्यों के विकास बिना राष्ट्र का विकास संभव नहीं : प्रणब मुखर्जी

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 पटना, 21 जनवरी (आईएएनएस)| पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने यहां सोमवार को सर्वागीण विकास पर जोर देते हुए कहा कि राष्ट्र के समुचित विकास के बिना राष्ट्र का विकास नहीं हो सकता।

 बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (बीईए) के प्लेटिनम जुबली समारोह के समापन पर उन्होंने कहा, “हमें गरीबी उन्मूलन, रोजगार सृजन और सभी के लिए शिक्षा के लिए बहुत कुछ करना है, जिसके लिए हम सभी को प्रतिबद्ध रहना होगा।”


उन्होंने कहा कि बीईए जैसी संस्थाएं इन कार्यो के लिए सरकार की मददगार हो सकती हैं। उन्होंने उद्योग जगत से आग्रह करते हुए कहा, “वे रोजगार सृजन के लिए आवश्यक पहल करें और भारत के विकास में मदद करें।”

उन्होंने वर्तमान दौर के चुनौतियों का जिक्र करते हुए कहा कि इस समय उद्योग-धंधों के विकास में कई चुनौतियां हैं, जैसे उत्पादन की तकनीक में बदलाव आया है, बिजनेस मॉडल में व्यापक परिवर्तन हो रहे हैं। इसके साथ ही शोध के क्षेत्र में भी बहुत काम हो रहा है। इन सब बातों को ध्यान में रखकर ही आगे काम करने की जरूरत है।

मुखर्जी ने उद्योग जगत को सामाजिक उत्तरदायित्व से अगाह करते हुए कहा, “व्यवसाय का मतलब केवल मुनाफा कमाना नहीं है, बल्कि सामाजिक उतरदायित्वों को भी निभाना है। लोकतंत्र तभी सफल होगा, जब हितधारक नीतियां निर्माण और कार्यान्वन में शामिल होते हैं।”


उन्होंने कहा कि विकास के प्रति एक सकारात्मक नजरिये का होना जरुरी तभी सही विकास होगा।

इस अवसर पर बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष क़े पी़ एस़ केसरी ने बिहार में कृषि आधारित उद्योगों के विकास पर विशेष ध्यान देने पर जोर दिया।

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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