ईशा फाउंडेशन के संस्थापक सद्गुरु जग्गी वासुदेव को उनके एक ट्वीट के लिए ट्विटर पर ट्रोल किया जा रहा है। दरअसल, मंगलवार को जग्गी वासुदेव ने एक ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने कहा- “सेक्स शरीर में ठीक है। पैसा जेब में ठीक है। लेकिन वो दिमाग में घुस आते हैं तो केवल मुसीबत बन जाते हैं।” जग्गी वासुदेव के इस ट्वीट के बाद वह सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर आ गए और लोग विविध तरीके से उन्हें ट्रोल कर रहे हैं।
Sex in the body is fine. Money in the pocket is fine. They only become a problem if they enter your mind. #SadhguruQuotes pic.twitter.com/WxonfPISrI
— Sadhguru (@SadhguruJV) May 12, 2020
सद्गुरु का मज़ाक उड़ाते हुए इस ट्वीट के रिप्लाई में अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। वहीं कुछ लोगों ने ट्वीट को कोट-रिप्लाई कर निशाना साधा है। आइये देखते हैं कुछ ट्वीट…
एक यूजर के अनुसार, सद्गुरु अपने छद्म विज्ञान को दर्शा रहे हैं। यूजर ने कहा कि “प्रेरक भाषण देने तक सद्गुरु ठीक हैं। यह केवल एक समस्या बन जाती है जब वह छद्म विज्ञान पर व्याख्यान देना शुरू कर देते हैं।”
Sadhguru giving motivation speeches is fine.
It only becomes a problem when he starts giving Lectures on PSEUDO SCIENCE ?— The Professor?? (@KhabibTheEAGLE2) May 12, 2020
मीरा नामक एक यूजर ने कहा, “शरीर में हृदय ठीक है। सिर में मस्तिष्क ठीक है। वे केवल एक समस्या बन जाते हैं यदि आप मस्तिष्क और हृदय दोनों से अंधे हो जाते हैं और लोगों का आँख बंद करके अनुसरण करते हैं।”
Heart in the body is fine. Brain in the head is fine. They only become a problem if u become blind by both brain and heart and follow people blindly.
— Meera (@Senseplz1) May 12, 2020
अर्बन साइकलिस्ट नाम के एक यूजर ने कहा, “शरीर में सेक्स ठीक है। जेब में पैसा ठीक है। वे केवल एक समस्या बन जाते हैं जब कोई फ्रॉड उस बारे में बात करता है!”
Sex in the body is fine. Money in the pocket is fine. They only become a problem when the frauds are preaching about that…!! https://t.co/jpwFoEdjKA
— Urban Cyclist (@the_psychlist) May 12, 2020
एक अन्य यूजर ने लिखा, “आस्था, बने रहने और स्वास्थ्य आदि के लिहाज से ठीक है, लेकिन जब आस्था के साथ ठगी आपके दिमाग में घुस आती है तो वह एक राष्ट्रीय समस्या बन जाती है।
Faith as a coping/healing mechanism is fine but when cons enter your mind with faith they become a national problem. https://t.co/LwXvNy10jc
— aagamotham 50 cheers (@indianheisnberg) May 12, 2020
शाहिद सिद्दीक़ी लिखते हैं, “शरीर में सेक्स वासना है। जब मन और हृदय में इसकी उत्पत्ति होती है तो यह प्रेम और सुंदर संबंध का कारण बन सकता है। जेब में पैसा लालच है। दिल और दिमाग से कमाया या खर्च किया गया पैसा खुशी और तरक्की दे सकता है। आध्यात्मिक गुरु और एक भौतिक गुरु के बीच अंतर देखिये।”
Sex in the body is lust. when it has origins in mind & heart it may lead to love & beautiful relationship.
Money in pocket is greed. Money earned or spent with heart and mind may give happiness & progress.
Difference between a Spiritual Guru & a Material Guru. https://t.co/NC7DYqgfms— shahid siddiqui (@shahid_siddiqui) May 12, 2020