सौंदर्यबोध की दृष्टि से गलत फिल्म है ‘कुछ कुछ होता है’ : करण जौहर

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 मुंबई, 20 अगस्त (आईएएनएस)| फिल्म निर्माता करण जौहर ने 1998 में अपनी फिल्म ‘कुछ कुछ होता है’ से निर्देशन की दुनिया में कदम रखा था।

 फिल्म में शाहरुख खान, काजोल और रानी मुखर्जी की जोड़ी देखने को मिली थी, जिसे प्रशंसकों का आजतक प्यार मिलता है। लेकिन फिल्म के निर्देशक करण जौहर को लगता है कि यह सौंदर्यबोध की दृष्टि से सबसे ज्यादा गलत फिल्म है। करण ने 20 साल पूरे कर चुकी ब्लॉकबस्टर फिल्म का जश्न मनाने के लिए मेलबर्न के इंडियन फिल्म फेस्टिवल में ‘कुछ कुछ होता है’ का जिक्र करते हुए यह जानकारी दी।


करण जौहर ने कहा, “कुछ कुछ होता है सौंदर्यबोध की दृष्टि से सबसे गलत फिल्म है। मुझे याद है, अभिनेत्री शबाना आजमी ने ब्रिटेन में कहीं यह फिल्म देखी और उन्होंने मुझे कॉल किया।”

करण ने कहा, “उन्होंने मुझे कहा, तुमने यह क्या दिखाया है? लड़की के छोटे बाल हैं और वह आकर्षक नहीं है, लेकिन बाल बड़े करने के बाद वह सुंदर दिखने लग जाती है। इस बारे में क्या कहना चाहते हो? मैंने कहा, मुझे माफ कर दें। उन्होंने कहा, बस अपने जवाब में तुम्हें यही कहना है? मैंने कहा हां, क्योंकि मैं जानता हूं कि आप सही कह रही हैं।”

करण तब से अब तक वह एक लंबा सफर तय कर चुके हैं। एक निर्माता के रूप में उन्होंने ‘राजी’, ‘2 स्टेट’ जैसी फिल्में बनाई हैं, जो महिला पात्रों की ताकत को उजागर करती हैं।


उन्होंने कहा, “वर्तमान में जैसी फिल्में हम बनाते और प्रोड्यूस करते हैं, उसके लिए हमें कम श्रेय दिया जाता है। हमें अभी भी केवल मुख्यधारा के रूप में टैग किया गया है, जो सच नहीं है।”

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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