शी चिनफिंग का जी-20 के शिखर सम्मेलन की गार्जियन अर्थ बैठक में भाषण

  • Follow Newsd Hindi On  

बीजिंग, 23 नवंबर (आईएएनएस)। चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने 22 नवंबर को जी-20 के रियाद शिखर सम्मेलन की गार्जियन अर्थ साइड मीटिंग में भाषण दिया।

शी चिनफिंग ने बताया कि पृथ्वी हमारा सामान्य घर है। हमें हाथ मिलाकर मानव साझे भाग्य वाले समुदाय की अवधारणा को बनाए रखते हुए जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण क्षेत्र में चुनौतियों का मुकाबला करने और इस नीले ग्रह की रक्षा करनी चाहिए।


शी चिनफिंग ने तीन सूत्रीय प्रस्ताव पेश किये। पहला, जलवायु परिवर्तन से निपटने के प्रयासों में वृद्धि हो। जी-20 को अग्रणी भूमिका निभाते हुए संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन फ्रेमवर्क कन्वेंशन के मार्गदर्शन में जलवायु परिवर्तन को दूर करने के लिए संपन्न पेरिस समझौते के पूर्ण व प्रभावी कार्यान्वयन को बढ़ावा देना चाहिए। चीन ने घोषणा की कि वर्ष 2030 तक कार्बन डाईऑक्साइड उत्सर्जन के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंचने और उसके बाद 2060 से पहले कार्बन न्युट्रल की प्राप्ति का प्रयास किया करेगा।

दूसरा, स्वच्छ ऊर्जा के रूपांतरण को बढ़ाया जाए। महामारी के बाद चीन ऊर्जा के कम कार्बन रूपांतरण का समर्थन करता है। चीन ने दुनिया की सबसे बड़ी स्वच्छ ऊर्जा प्रणाली स्थापित की है, जो ऊर्जा के स्वच्छ, कम कार्बन, सुरक्षित और कारगर उपयोग को बढ़ावा देगी, नई ऊर्जा और हरित व पर्यावरण संरक्षण उद्योगों के विकास को तेज करेगा और आर्थिक व सामाजिक विकास के हरित रूपांतर को बढ़ावा देगा।

तीसरा, प्रकृति का सम्मान करने वाली पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण किया जाए। चीन भूमि के क्षरण को कम करने, मूंगा-चट्टान की रक्षा और समुद्री प्लास्टिक कचरे के निपटारे जैसे क्षेत्रों में जी-20 के गहन सहयोग और एक मजबूत वैश्विक पारिस्थितिक सुरक्षा अवरोध का निर्माण करने का समर्थन करता है।


(साभार—चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

— आईएएनएस

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम पर फ़ॉलो और यूट्यूब पर सब्सक्राइब भी कर सकते हैं.)