हैदराबाद, 6 जनवरी (आईएएनएस)। तेलंगाना के राज्यपाल तमिलिसाई सौदरराजन ने बुधवार को राजभवन में 75 वर्षीय एक दुखियारी महिला के लिए लंच का आयोजन किया।
जनगांव जिले के पालकुरथी मंडल के लक्ष्मीनारायणपुरम गांव की रहने वाली बंदीपल्ली राजम्मा का एक आश्रित बेटा है, जो दिव्यांग भी है।
एक गरीब दलित परिवार से संबंध रखने वाली यह महिला बेघर थी और सड़कों पर रह रही थी और पेड़ों के नीचे सो रही थी। उन्होंने अपने जीवन में कई त्रासदियों को देखा है, जिसमें जरूरत के समय चिकित्सा सहायता के अभाव में अपनी बहू और पोती को खोना शामिल है।
राज्यपाल को विशेष रूप से यह जानकर दुख हुआ कि वृद्ध महिला की पोती की सर्पदंश से मौत हो गई और उस समय उसे विषरोधी इंजेक्शन या अन्य आवश्यक चिकित्सा देखभाल जैसी कोई मदद नहीं मिल सकी।
सौदरराजन ने सर्पदंश या अन्य जटिलताओं के कारण होने वाली दुर्भाग्यपूर्ण मौतों को रोकने के लिए सभी ग्रामीण प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में सभी आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं, विषरोधी इंजेक्शन, चिकित्सा किट और प्रशिक्षित कर्मियों को उपलब्ध कराने का आह्वान किया।
राज्यपाल द्वारा राजभवन में दोपहर के भोजन के लिए आमंत्रित किए जाने पर वृद्ध महिला के आंसू छलक पड़े।
सौदरराजन ने जरूरतमंद महिला को 50,000 रुपये की आर्थिक मदद भी दी और दो से तीन महीने के लिए पर्याप्त प्रावधानों की आपूर्ति की।
उन्होंने इंडियन रेडक्रॉस सोसायटी की जिला शाखा और स्थानीय प्रशासन को महिला और उसके आश्रित बेटे की भलाई देखने के निर्देश दिए।
राज्यपाल ने 80,000 रुपये के व्यक्तिगत योगदान सहित 1.6 लाख रुपये की राशि जुटाकर वृद्ध महिला के लिए घर बनाने के लिए पालकी में कार्यरत 2014 बैच के सब इंस्पेक्टर गुंडरथी सतीश की पहल की सराहना की।
इस अवसर पर राज्यपाल ने पूर्व सरपंच मानेमा को सम्मानित किया और बी कृष्णा और एक एनजीओ कार्यकर्ता महेंद्र के प्रयासों की सराहना की, जो वृद्ध महिला के साथ राजभवन भी गए।
–आईएएनएस
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