इलाहाबाद विश्वविद्यालय की प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव को इविवि का नया कुलपति नियुक्त किया गया है। ऐसा पहली बार हो रहा है जब कोई महिला इविवि की कुलपति होंगी। इससे पहले कोई महिला इविवि की स्थाई कुलपति नहीं बनी थीं। विश्वविद्यालय को केंद्रीय दर्जा मिलने के बाद संगीता श्रीवास्तव कुलपति बनने वाली इविवि की पहली प्रोफेसर भी हैं। केंद्रीय दर्जा मिलने के बाद अब तक तीन स्थाई कुलपति नियुक्त किए गए थे और तीनों ही बाहरी थे।
साल 2005 में इविवि को केंद्रीय दर्जा मिला था। प्रो. आरजी हर्षे को उस वक्त समय स्थाई कुलपति नियुक्ति किया गया था। प्रो. हर्षे का कार्यकाल पूरा होने के बाद प्रो. एके सिंह की नियुक्ति गई थी। 2013 में प्रो. सिंह ने अपना इस्तीफा दे दिया था।
इसके बाद दिसंबर 2015 में प्रो. आरएल हांगलू ने तीसरे स्थाई कुलपति के तौर पर कार्यभार ग्रहण किया था। बता दें कि प्रो. हर्षे और प्रो. हांगलू हैदराबाद विवि के थे जबकी प्रो. एके सिंह मुम्बई आईआईटी से यहां पर आए थे। नई कुलपति प्रो. श्रीवास्तव इविवि के गृह विज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष रह चुकी हैं। जून 2019 में उन्हें प्रो. राजेंद्र सिंह रज्जू भैया विवि का कुलपति नियुक्त किया गया था।
शिक्षा मंत्रालय से प्रो. श्रीवास्तव को कुलपति बनाए जाने का पत्र आने की पुष्टि रजिस्ट्रार प्रो. एनके शुक्ला ने की है। उन्होंने कहा है कि, प्रो. श्रीवास्तव सोमवार को दिन में 11 बजे कार्यभार ग्रहण करेंगी। वह इविवि की चौथी स्थाई कुलपति होंगी। 31 दिसंबर 2019 को प्रो. आरएल हांगलू के इस्तीफा देने के बाद से कुलपति का पद खाली था। प्रो. हांगलू के इस्तीफे के बाद पहले प्रो. केएस मिश्र कार्यवाहक कुलपति बने। उनके सेवानिवृत होने के बाद प्रो. पीके साहू एक दिन के लिए कार्यवाहक कुलपति हुए। प्रो. साहू के सेवानिवृत होने के बाद से प्रो. आरआर तिवारी को कार्यवाहक कुलपति का पदभार मिला था।