देश भर में करीब 2 महीने के अंतराल के बाद शॉपिंग मॉल्स खुलने लगे हैं। लॉकडाउन 1 से ही देशभर के मॉल्स बंद कर दिए गए थे, लेकिन अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए सरकार ने आखिरकार राहत का प्लान तैयार किया और बाजारों को गुलजार करने की कवायद शुरू हो गई। हालांकि, कोरोना से बुरी तरह प्रभावित इलाकों में 30 जून तक कड़े प्रतिबंध जारी रहेंगे। इस बीच उत्तर प्रदेश से एक विचित्र मामला सामने आया है। सूबे में मॉल तो खोले जाएंगे, लेकिन उनके अंदर की दुकानें बंद रहेंगी। इस खबर से सोशल मीडिया यूजर्स कंफ्यूज हो गए हैं और ट्विटर पर मज़े लिए जा रहे हैं।
दरअसल, न्यूज़ एजेंसी एएनआई की एक ख़बर के मुताबिक, यूपी की ट्रेडर बॉडी ने फैसला किया कि लखनऊ समेत राज्य के सभी मॉल्स खोले जाएंगे, लेकिन मॉल्स के अंदर की सभी दुकानें बंद रहेंगी। यह निर्णय आदर्श व्यापार मंडल की मीटिंग में सभी व्यापारियों द्वारा लिया गया। इस खबर पर जब लोगों का ध्यान गया तो सवाल उठने लगे कि जब दुकानें बंद ही रहेंगी तो मॉल्स को खोलने का क्या औचित्य है? ट्विटर पर कई यूजर्स ने चुटकी लेते हुए अपनी बात रखी। देखें कुछ मज़ेदार ट्वीट्स और रिएक्शन:
बुद्धि के पालनहारों, तो क्या आदमी मॉल में एस्केलेटर पर नदी-पहाड़ खेलने जाएगा? pic.twitter.com/D8bs2vXoWv
— Ashish Mishra (@ktakshish) June 8, 2020
— Sagar (@sagarcasm) June 8, 2020
— Mohammed Zubair (@zoo_bear) June 8, 2020
UP govt has realised mall mei koi kuch khareedne nahi jaata bas free ac ke liye jaate hai.
— Abijit Ganguly (@AbijitG) June 8, 2020
shopping karne wale pic.twitter.com/ixsUWRkt1W
— Dr Achambit Santra™ (@5trillion_jumIe) June 8, 2020
— Shishimanu 2.0 (@Brainhumour) June 8, 2020
— Jokerman (@Lverinewo) June 8, 2020
आपको बता दें कि इस मामले में बात करते हुए आदर्श व्यापार मंडल के स्टेट प्रेजिडेंट संजय गुप्ता ने ANI से कहा कि व्यापारियों ने अधिकारियों के सामने कुछ मांगे रखी हैं। इनमें लॉकडाउन के दौरान के किराए और कॉमन एरिया मेंटेनेंस फीस को छोड़ने और आने वाले 12 महीनों के लिए रेंट व मेंटेनेंस फी में रियायत देने की मांग है। गुप्ता ने कहा, अगर यह मामला हल नहीं हुआ तो आगे भी ऐसा ही चलेगा। वो कहते हैं कि शॉपिंग मॉल्स के मालिक अगर उनकी नहीं सुनेंगे तो दुकानदारों को भी यह फैसला लेने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। इस मामले में उन्होंने लखनऊ के जिला अधिकारी को ज्ञापन भी सौंपा है।