विश्व के 25 देशों में स्कूली पाठ्यक्रम पूरा करवाएगा सीबीएसई

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नई दिल्ली, 11 मई (आईएएनएस)। कोरोनावायरस और उसकी रोकथाम के लिए लागू लॉकडाउन के कारण भारत ही नहीं, बल्कि विश्व के दो दर्जन से अधिक देशों में सीबीएसई के छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हुई है। विश्व के अलग-अलग देशों में मौजूद सीबीएसई छात्रों का स्कूली पाठ्यक्रम पूरा करवाने के लिए अब इन देशों के राजदूतों से संपर्क किया जा रहा है।

केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा, 25 विभिन्न देशों में सीबीएसई के विद्यालय हैं। हमने सीबीएसई के अधिकारियों को अलग-अलग देशों की स्थिति के हिसाब से निर्णय करने को कहा है।


निशंक ने कहा, प्रत्येक देश के छात्रों की स्थिति एवं समस्याएं भिन्न हो सकती हैं। विदेशों में सीबीएसई विद्यालयों एवं उनमें पढ़ने वाले छात्रों के पाठ्यक्रम के विषय पर सीबीएसई के अधिकारियों से कहा गया है कि वे इन देशों के राजदूतों और शिक्षा मंत्रियों से बात करें।

इस बीच, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने ऑनलाइन शिक्षा को मजबूत करने के लिए भारत सरकार से मदद मांगी है। लॉकडाउन के कारण यूएई में भी सभी शिक्षण संस्थान बंद हैं। ऐसे में वहां छात्रों को ऑनलाइन शिक्षा दी जा रही है, जिसके लिए यूएई ने भारत सरकार से संपर्क किया है।

निशंक ने कहा, यूएई के शिक्षा मंत्री से पिछले दिनों फोन के जरिए चर्चा हुई थी। इस चर्चा के दौरान यूएई के शिक्षा मंत्री ने कहा था कि उन्हें कुछ मदद चाहिए।


निशंक ने कहा, यूएई के शिक्षा मंत्री ने ऑनलाइन शिक्षा को लेकर मदद मांगी। इस पर हमने उन्हें बताया कि ऑनलाइन शिक्षा के लिए हमारा ‘स्वयं’ एवं ‘स्वयं प्रभा’ प्लेटफार्म है। आप इसे अपने देश और अपने छात्रों के लिए उपयोग करें।

निशंक ने अंतर्राष्ट्रीय वेबिनार पर विदेशी छात्रों के साथ चर्चा के दौरान कहा, हम लोग कोशिश करेंगे कि सीबीएसई बोर्ड के साथ बैठकर विदेशों में रह रहे छात्रों की पढ़ाई की समुचित व्यवस्था कराई जाए।

उन्होंने छात्रों को अवगत कराया कि मंत्रालय के दीक्षा प्लेटफार्म पर 80,000 से ज्यादा पाठ्यसामग्री उपलब्ध हैं, जिसका लाभ 33 करोड़ छात्र कहीं से भी और कभी भी उठा सकते हैं।

मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने 10वीं और 12वीं की शेष रह गई बोर्ड परीक्षाओं की तिथि भी घोषित कर दी है। ये परीक्षाएं 1 जुलाई से 15 जुलाई के बीच ली जाएंगी। शेष रह गईं बोर्ड परीक्षाएं केवल उत्तर पूर्वी दिल्ली के उन छात्रों के लिए करवाई जा रही हैं, जो पहले इन परीक्षाओं में शामिल नहीं हो सके थे।

–आईएएनएस

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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