नई दिल्ली। देश के अलग-अलग राज्यों के विभिन्न क्षेत्रों से एशिया के सबसे बड़े नेटवर्क में से एक भारतीय रेलवे में रोजाना लाखों यात्री यात्रा करते हैं। भारत की ट्रेनें जम्मू में हिमालय से शुरू होती हैं और भारत की मुख्य भूमि के दूसरे सिरे पर तमिलनाडु के लाकादीव सागर में कन्याकुमारी में समाप्त होती हैं। इसी कड़ी में सबसे लंबा मार्ग तय करती है विवेक एक्सप्रेस (Vivek Express)।
रेलवे के अनुसार, डिब्रूगढ़ से कन्याकुमारी तक का सफर तय करने वाली विवेक एक्सप्रेस दूरी और समय के मामले में भारतीय रेलवे के सबसे लंबे मार्ग की यात्रा करती है। यह दुनिया में 9वां सबसे लंबा मार्ग भी है।
विवेक एक्सप्रेस 82 घंटे और 50 मिनट में 4,230 किलोमीटर का सफर तय करती है। इसका मतलब है कि यह नौ राज्यों को कवर करते हुए अपनी यात्रा के दौरान चार दिन 10 घंटे और 55 मिनट का समय लेती है।
डिब्रूगढ़ से ट्रेन शनिवार रात 11.05 पर निकलती है और कन्याकुमारी बुधवार सुबह 9.55 पर पहुंचती है। गंतव्य स्थान पर पहुंचने से पहले अपनी यात्रा के दौरान ट्रेन 56 स्टेशनों पर रुकती है।
विवेक एक्सप्रेस के बाद दूसरे स्थान पर सबसे ज्यादा लंबा सफर तय करने वाली ट्रेन हिमसागर एक्सप्रेस है, जो माता वैष्णो देवी कटरा से कन्याकुमारी तक की यात्रा करती है। ट्रेन 72 घंटे और 30 मिनट की अपनी यात्रा में 3,785 किलोमीटर की दूरी तय करती है, जिसका मतलब है कि तीन दिन और 30 मिनट में यह अपने गंतव्य पर पहुंच जाती है।
ट्रेन सोमवार रात 9.55 बजे कटरा से चलकर गुरुवार रात 10.55 बजे कन्याकुमारी पहुंचती है।