Ayodhya Verdict: सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या मामले पर अपना फैसला सुना दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने फैसले में कहा है कि विवादित जमीन पर रामजन्मभूमि न्यास का हक है। जबकि मुस्लिम पक्ष को अयोध्या में ही 5 एकड़ जमीन किसी दूसरी जगह दी जाएगी। कोर्ट ने कहा कि केंद्र या राज्य सरकार अयोध्या में उचित स्थान पर मस्जिद बनाने को जमीन दे। फैसला पढ़ते हुए चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने कहा कि आस्था के आधार पर फैसले नहीं लिए जा सकते हैं। सुप्रीम कोर्ट के इस ऐतिहासिक फैसले पर राजनीतिक दलों की प्रतिक्रिया आनी शुरू हो गई है।
कांग्रेस कार्यसमिति ने बयान जारी कर कहा- भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का सम्मान करती है। हम सभी संबंधित पक्षों व सभी समुदायों से निवेदन करते हैं कि भारत के संविधान में स्थापित “सर्वधर्म समभाव” तथा भाईचारे के उच्च मूल्यों को निभाते हुए अमन-चैन का वातावरण बनाए रखें। हर भारतीय की जिम्मेदारी है कि हम देश की सदियों पुरानी परम्परा, सम्मान और एकता की संस्कृति व परंपरा को जीवंत रखें।
#AyodhyaVerdict पर कांग्रेस कार्यसमिति का बयान। pic.twitter.com/brmkTWfXsf
— Congress (@INCIndia) November 9, 2019
वहीं कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेाला ने फैसले पर बयान देते हुए कहा, “सुप्रीम कोर्ट का फैसला आ चुका है, हम राम मंदिर के निर्माण के पक्ष में हैं। इस फैसले ने न केवल मंदिर के निर्माण के लिए दरवाजे खोले बल्कि इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने के लिए भाजपा और अन्य लोगों के लिए दरवाजे भी बंद कर दिए।”
Randeep Surjewala, Congress on #AyodhyaVerdict: Supreme Court’s verdict has come, we are in favour of the construction of Ram Temple. This judgement not only opened the doors for the temple’s construction but also closed the doors for BJP and others to politicise the issue. pic.twitter.com/N1qr6FD1We
— ANI (@ANI) November 9, 2019