दिल्ली में पीने के पानी पर पॉलिटिक्स गरमा गया है। भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) की जांच में गुणवत्ता के 19 मानकों पर दिल्ली जल बोर्ड का पानी विफल पाए जाने के बाद केंद्र और राज्य सरकार के बीच इस मुद्दे पर जंग छिड़ गई है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान पर सत्ता के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए ट्वीट किया है।
केजरीवाल ने ट्वीट कर लिखा, “सत्ता का ऐसा दुरुपयोग देख कर बहुत दुख होता है। अपने ही पार्टी के पदाधिकारी के घर से पानी का सैम्पल ले कर आपने पूरी दिल्ली की जनता में डर फैला कर बहुत गलत किया है रामविलास पासवान जी। इस तरह की हरकत एक संवैधानिक पद पर बैठे मंत्री को शोभा नहीं देता।”
सत्ता का ऐसा दुरुपयोग देख कर बहुत दुख होता है। अपने ही पार्टी के पदाधिकारी के घर से पानी का सैम्पल ले कर आपने पूरी दिल्ली की जनता में डर फैला कर बहुत गलत किया है @irvpaswan जी। इस तरह की हरकत एक संवैधानिक पद पर बैठे मंत्री को शोभा नहीं देता। https://t.co/QrxRtuT7JA
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) November 20, 2019
हालांकि केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री राम विलास पासवान ने बुधवार को दोहराया कि पानी के मसले को राजनीति के चश्मे से नहीं देखा जाना चाहिए। दिल्ली में आप की सरकार दिल्ली जल बोर्ड द्वारा मुहैया करवाए जाने वाले पानी को शुद्ध बता रही है, जबकि बीआईएस की रिपोर्ट आने के बाद पासवान ने कहा कि दिल्ली जल बोर्ड का पानी पीने लायक नहीं है।
इससे पहले मुख्यमंत्री केजरीवाल ने एक दूसरे ट्वीट में लिखा था, “रामविलास पासवान सर, आपका कहना है कि आपने इनके यहाँ से पानी का सैम्पल लिया और वो सैम्पल फेल हो गया जबकि इनका कहना है कि आपने इनके यहाँ से कोई सैम्पल ही नहीं लिया। इनका ये भी कहना है कि ये पानी से संतुष्ट हैं। आपने इतना बड़ा झूठ बोला? केंद्रीय मंत्री होकर लोगों के साथ इतना बड़ा धोखा?”
.@irvpaswan सर, आपका कहना है कि आपने इनके यहाँ से पानी का सैम्पल लिया और वो सैम्पल फेल हो गया जबकि इनका कहना है कि आपने इनके यहाँ से कोई सैम्पल ही नहीं लिया। इनका ये भी कहना है कि ये पानी से संतुष्ट हैं। आपने इतना बड़ा झूठ बोला? केंद्रीय मंत्री होकर लोगों के साथ इतना बड़ा धोखा? https://t.co/fzZgH1ieC8
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) November 20, 2019
दिल्ली वासियों के लिए महज 75 फीसदी पानी सप्लाई करने की क्षमता : जल बोर्ड