नई दिल्ली, 10 दिसम्बर (आईएएनएस)| कांग्रेस ने सोमवार को कहा कि संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन वह राफेल सौदे की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच कराने के लिए दबाव बनाएगी और इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) के दुरुपयोग का मुद्दा उठाएगी। संसद का शीतकालीन सत्र मंगलवार से शुरू हो रहा है।
कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ सदस्य गुलाम नबी आजाद ने मीडिया से कहा कि कांग्रेस पार्टी, सरकार द्वारा राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को निशाना बनाने के लिए ‘जांच एजेंसियों के दुरुपयोग’ पर भी चर्चा की मांग करेगी।
इसके अलावा किसानों की समस्याओं, रुपये के मूल्य में गिरावट, पेट्रोलियम पदार्थो की कीमतों में बढ़ोतरी, महिला सुरक्षा और ‘आरबीआई की स्वायत्तता में कमी’ पर भी चर्चा करेगी।
आजाद ने कहा, “हम लंबे समय से मांग कर रहे हैं कि राफेल घोटाले की जेपीसी जांच होनी चाहिए, लेकिन सरकार यह फैसला लेने में विफल रही है। हमने फिर से जेपीसी के गठन का आग्रह किया है।”
आजाद ने कहा कि लोकतंत्र के लिए महत्वपूर्ण है कि मतदाताओं का ईवीएम में विश्वास बना रहे।
उन्होंने कहा, “लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण है कि भाजपा के सत्ता में आने के बाद से लोगों का ईवीएम में विश्वास खत्म हो गया है, क्योंकि सत्तारूढ़ पार्टी इसका गलत इस्तेमाल कर रही है। हाल के विधानसभा चुनावों में इसने सभी हदें पार कर दी। ईवीएम मशीनें घरों, होटलों, सड़क पर पाई गईं, उन्हें बिना सुरक्षा के बसों व जीपों में ले जाया गया।”
उन्होंने कहा, “इसे लेकर बड़ा संदेह है और सवाल है कि क्या चुनाव निष्पक्ष व स्वतंत्र तरीके से हो रहे हैं या सरकार की निगरानी में इन्हें आयोजित किया जा रहा है।”
उन्होंने कहा कि ईवीएम से जुड़ा मुद्दा लोकतंत्र के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।