नई दिलली, 30 अप्रैल (आईएएनएस)। भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) ने रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) और ब्रिटिश ऊर्जा कंपनी बीपी के बीच खुदरा ईंधन क्षेत्र में संयुक्त उद्यम को मंजूरी दे दी है।
यह लेनदेन प्रमुख रूप से भारत में पेट्रोलियम की खुदरा मार्केटिंग के कारोबार से संबंधित है।
सीसीआई ने गुरुवारर को एक ट्वीट में कहा, “सीसीआई इंडिया ने बीपी ग्लोबल इनवेस्टमेंट्स लिमिटेड (बीपी ग्लोबल) और रिलायंस बीपी मोबिलिटी लिमिटेड (आरबीपीएमएल) के बीच प्रस्तावित उद्यम को मंजूरी दे दी।”
सीसीआई की वेबसाइट पर मौजूद एक नोट में प्रस्तावित लेनदेन के विवरण मौजूद हैं और इसमें कहा गया है कि लक्षित आरबीपीएमएल कारोबार के साथ बीपी समूह या आरआईएल समूह की कारोबारी गतिविधियों के बीच प्रतिस्पर्धा पर पड़ने वाले पर्याप्त प्रभाव से किसी तरह का सीधा संबंध न होने के कारण प्रस्तावित लेनदेन किसी प्रतिस्पर्धा चिंता को नहीं बढ़ाएगा।
आरआईएल और बीपी ने नया भारतीय ईंधन एवं मोबिलिटी संयुक्त उद्यम बनाने के लिए दिसंबर में एक निश्चित समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। इसके पहले दोनों समूहों ने अगस्त में एक प्रारंभिक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। संयुक्त उद्यम में आरआईएल की 51 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी और बीपी के पास बाकी की 49 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी। संयुक्त उद्यम आरआईएल के मौजूदा भारतीय ईंधन खुदरा नेटवर्क का स्वामित्व ले लेगा और इसके उड्डयन ईंधन कारोबार में भी इसकी पहुंच होगी।
यह साझेदारी ‘जियो-बीपी’ ब्रांड के तहत संचालित होगी।
–आईएएनएस