बिहार में कोरोना वायरस (Coronavirus) के मामले बढ़ने के कारण अब राज्य सरकार के शिक्षण संस्थान को लेकर बड़ा फैसला किया गया है। शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन वर्मा ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा है कि कोरोना वायरस के खतरे को ध्यान में रखते हुए फिलहाल बिहार में शैक्षणिक संस्थान नहीं खोले जाएंगे।
कृष्णनंदन वर्मा (Krishnanandan Verma) ने कहा कि जुलाई महीने के अंतिम सप्ताह में शिक्षा विभाग (Education Department) समीक्षा बैठक करेगा। जिसमें ये फैसला लिया जा सकता है कि बिहार (Bihar) में शिक्षण संस्थान स्कूल-कॉलेज कब दोबारा शुरू किए जाएंगे।
उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि सभी जिलों (Districts) के अभिभावकों छात्रों (Students) और संस्थान (Institute) के निदेशकों (Directors) से भी इस बारे में सुझाव मांगे गए थे। जिसमें से अधिकांश सुझाव संस्थान खोलने की सहमति देने लायक नहीं थे।
ऐसे में बच्चों की सुरक्षा के लिहाज से बिहार सरकार ने फिलहाल शिक्षण संस्थानों (Educational Institutions) को नहीं खोलने का निर्णय लिया है। बिहार में कोरोना (Corona) के कारण हुए लॉकडाउन के बाद से स्कूल, कॉलेज समेत निजी शिक्षण संस्थान भी पूर्णत: बंद हैं।
इसका खामियाजा छात्र-छात्राओं को पढ़ाई में उठाना पड़ रहा है। बिहार सरकार स्कूलों को खोलने से पहले ये तसल्ली करना चाहती है कि बच्चों को एक सुरक्षित माहौल मिल सके। कोरोना के इस दौर में जब कुछ भी सुरक्षित न हो तो फिर एहतियात ही इससे बचने का एकमात्र जरिया है।
अभी भी स्कूलों और कॉलेज (Schools And Colleges) के खोलने में एक महीने से ज्यादा का वक्त लग सकता है। इस मुश्किल दौर में संस्थानों को भी आर्थिक किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। अब ये देखने वाली बात होगी कि राज्य सरकार आखिर कब तक स्कूल बंद रखेगी।