8 सांसदों के निलंबन पर हंगामे के बाद राज्यसभा मंगलवार तक स्थगित

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नई दिल्ली, 21 सितम्बर (आईएएनएस)। विपक्ष द्वारा आठ सदस्यों के निलंबन को लेकर हंगामा करने की वजह से राज्यसभा की कार्यवाही बार-बार स्थगित की गई और आखिरकार सभापति ने सदन की कार्यवाही मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दी।

उच्च सदन को पहले सोमवार सुबह 10 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया था। जब कार्यवाही शुरू हुई तो निलंबित हुए विपक्षी सांसदों ने सदन से बाहर जाने से मना कर दिया और नारेबाजी करने लगे जिसके कारण इसे सुबह 10.36 बजे तक के लिए फिर स्थगित कर दिया गया।


विपक्ष द्वारा कार्यवाही में बाधा डालना जारी रहा जिसके कारण फिर इसे पूर्वाह्न 11.07 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया, जब राज्यसभा की कार्यवाही फिर शुरू हुई तो विपक्ष का हंगामा करना नहीं थमा और एक बार फिर अपराह्न 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।

अपराह्न 12 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होने पर इसे मंगलवार सुबह 9 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।

कार्यवाही का संचालन कर रहे आसन पर मौजूद भुवनेश्वर कलिता ने निंलबित सांसदों से बार-बार सदन से बाहर जाने का आग्रह किया, लेकिन सांसदों ने उनकी बात को अनसुना कर दिया।


सुबह में राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू ने सोमवार को सदन की कार्यवाही शुरू होने के साथ ही आठ सांसदों को निलंबित कर दिया। ये सासंद तृणमूल, कांग्रेस, माकपा और आम आदमी पार्टी के हैं। इन पर रविवार को संसद में हंगामा करने और राज्यसभा की कार्यवाही को बाधित करने का आरोप है।

इस प्रस्ताव को संसदीय मामलों के केंद्रीय राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन ने आगे बढ़ाया और सदन ने तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ’ब्रायन और डोला सेन, कांग्रेस के राजीव सातव, रिपुन बोरा, नासिर हुसैन, आम आदमी पार्टी के संजय सिंह और के.के. रागेश और माकपा के ई. करीम को निलंबित कर दिया।

राज्यसभा में ध्वनि मत से प्रस्ताव मंजूर किए जाने के बाद सदस्यों ने नारेबाजी की।

इससे पहले, सभापति नायडू ने कहा कि यह लोकतंत्र के लिए एक दुखद दिन है और ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ और ‘निंदनीय’ है। उन्होंने नियमों का हवाला देते हुए उप सभापति हरिवंश नारायण सिंह के खिलाफ विपक्ष द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को खारिज कर दिया।

इससे पहले रविवार को राज्यसभा में कृषि विधेयकों को लेकर विपक्षी सांसदों ने जबरदस्त हंगामा किया। जहां तृणमूल सांसद डेरेक ओ’ब्रायन ने नियम पुस्तिका फाड़ डाली, वहीं कांग्रस के राजीव सातव और आम आदमी पार्टी के संजय सिंह सदन में विरोध करने के लिए टेबल पर ही चढ़ गए थे।

–आईएएनएस

वीएवी-एसकेपी

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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