काबुल, 5 अक्टूबर (आईएएनएस)। अफगानिस्तान सरकार और तालिबान का प्रतिनिधित्व करने वाली वार्ता टीमों के बीच सीधी बातचीत दोहा में अंतर-अफगान वार्ता के उद्घाटन कार्यक्रम के 22 दिन बाद भी लंबित है।
टोलो न्यूज ने एक रिपोर्ट में कहा कि 12 सितंबर के बाद से, दोनों पक्षों ने संपर्क समूह की सात बैठकें की हैं, लेकिन दो विवादित बिंदुओं पर सहमत नहीं हो सके।
और पिछले छह दिनों से, कोई भी संपर्क समूह की बैठक नहीं हुई है।
वार्ता में देरी के बीच, अफगानिस्तान के सहयोगियों द्वारा राजनयिक प्रयास शुरू हो गए हैं क्योंकि अमेरिका के विशेष दूत जल्माय खलीलजाद पिछले सप्ताह दोहा में थे और दोनों पक्षों की वार्ता टीमों के साथ मुलाकात की थी।
इस बीच, नाटो के वरिष्ठ सिविलियन प्रतिनिधि स्टेफानो पोंटेकोरवो ने भी मुख्य वातार्कार मासूम स्तेनेकजई के साथ बातचीत की और शांति प्रक्रिया पर चर्चा की।
यह प्रगति भी ऐसे समय में आई है, जब राष्ट्रीय सुलह परिषद के अध्यक्ष अब्दुल्ला अब्दुल्ला 6 अक्टूबर को भारत का दौरा करेंगे। उनके प्रवक्ता फरईदून ख्वाजून ने पुष्टि की।
टोलो न्यूज ने ख्वाजून के हवाले से कहा, “यात्रा का उद्देश्य अफगान शांति के लिए समर्थन हासिल करना और क्षेत्रीय सहमति को मजबूत करना है।”
इसने आगे कहा कि अब्दुल्ला अब्दुल्ला अफगानिस्तान और भारत के बीच अफगान शांति और द्विपक्षीय संबंधों पर भारतीय अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे।
पिछले हफ्ते, अब्दुल्ला ने पाकिस्तान का दौरा किया था और प्रधानमंत्री इमरान खान, विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ अफगान शांति प्रक्रिया पर चर्चा की थी।
–आईएएनएस
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