देश में हमेशा से बेटियों की शिक्षा और स्वास्थ्य पर जोर दिया जाता रहा है। आज के इस आधुनिक दौर में बेटियों को किसी से कम नहीं समझा जाता। यहीं वह एक क्षेत्र में आगे भी रहती हैं। लेकिन इसके बावजूद झारखंड के चतरा से बेटी को लेकर एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है।
यहां पिता और दादी ने मिलकर दो माह की मासूम का गला घोंटकर उसे जान से मार डाला। उस नवजात का कसूर सिर्फ इतना ही था कि वह बेटी थी। मामले की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंच कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
चतरा के खैरा गांव में रहने वाली गायत्री देवी ने कहा कि, जब मेरी बच्ची रोती तो मैं उसे अपने आंचल में छिपा लेती थी। जब उसकी किलकारियां सुनाई नहीं देतीं तो मैं उसे दौड़कर सीने से लगा लेती थी। लेकिन अब मेरा आंचल और मेरी कोख दोनों सूने हो गए हैं।
गायत्री देवी ने ये आरोप लगाया है कि, उसके पति और सास ने उसकी दो माह की मासूम को गला घोंटकर मार डाला। उन्होंने उसे बेटी होने की सजा दे डाली। मिली जानकारी के अनुसार बच्ची की हत्या उसके पिता हेमराज साव ने गला दबाकर कर दी। दादी यानी हेमराज साव के माता ने भी इस अपराध में उसका साथ दिया। पुलिस ने पिता हेमराज और दादी मालवा देवी को गिरफ्तार कर लिया और जेल भेज दिया है।
पुलिस को गायत्री देवी ने बताया कि, उसकी बच्ची का नाम लक्ष्मी था। लड़की पैदा होते ही उसके पति और सास नाराज हो गए थे। वे उसे प्रताड़ित करते थे और ताने मारते थे। साथ ही, बच्ची को मार डालने का दबाव बनाते थे।