गुवाहाटी। असम में जहरीली शराब से दो और लोगों की मौत होने के साथ ही इससे मरने वालों की संख्या 80 हो गई है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। स्वास्थ्य मंत्री हिमांता बिस्वा सरमा ने शनिवार को गोलाघाट सिविल अस्पताल का दौरा किया। यहां शुक्रवार से 35 लोगों की मौत हो चुकी है।
शेष 45 लोगों की मौत जोरहाट मेडिकल कॉलेज में हुई।
मंत्री के अनुसार, जोरहाट मेडिकल कॉलेज में अभी भी 221 लोग भर्ती हैं, वहीं गोलाघाट में 93 लोगों का इलाज चल रहा है।
पहले मरने वालों की संख्या 12 थी लेकिन और लोगों के अस्पताल लाने के बाद मृतकों की संख्या बढ़ गई।”
मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने स्थिति की समीक्षा करने के लिए प्रदेश के मुख्य सचिव आलोक कुमार और पुलिस महानिदेशक कुलधर सैकिया के साथ एक आपातकालीन बैठक की।
सोनोवाल ने अधिकारियों को अवैध शराब की बिक्री रोकने के लिए कठोर कदम उठाने के निर्देश दिए।
स्थानीय लोगों के अनुसार, एस्टेट में गुरुवार रात कई लोगों ने एक दुकानदार से शराब खरीदकर पी थी। उनमें से कई लोग तुरंत बीमार पड़ गए। कहा जा रहा है कि कई लोग अभी भी अस्पताल में भर्ती नहीं हुए हैं।
उन्होंने पुलिस और अवैध शराब विक्रेताओं में मिलीभगत होने का भी आरोप लगाया है।
असम के आबकारी मंत्री परिमल शुक्लाबैद्य ने जांच के आदेश दिए हैं।
शुक्लाबैद्य ने कहा, “सरकार ने दो आबकारी अधिकारियों को इसके लिए जिम्मेदार पाते हुए निलंबित कर दिया है। हमने अतिरिक्त आयुक्त संजीव मेढी की अगुआई में आबकारी विभाग की चार सदस्यीय समिति को इसकी जांच करने का निर्देश दिया है।”
समिति को जांच रिपोर्ट तीन दिनों में पेश करने का निर्देश दिया गया है।