बिहार के अररिया में मॉब लिंचिंग की एक और घटना सामने आयी है। बृहस्पतिवार को जिले के रॉबर्ट्सगंज थाना क्षेत्र के डाक हरिपुर गांव में मवेशी चोरी के शक में 44 साल के शख्स की कथित रूप से पीट-पीट कर हत्या कर दी गई। मृत व्यक्ति का नाम महेश यादव बताया जा रहा है। रॉबर्ट्सगंज के थाना प्रभारी शिव शरन साह ने बताया कि महेश यादव को स्थानीय लोगों ने पकड़ लिया और आरोप लगाया कि वह अपने दो साथियों के साथ मवेशी चोरी करने की कोशिश कर रहा था। फिर भीड़ ने उसे पीटना शुरू कर दिया।
इस दौरान वो जिंदगी की भीख मांगता रहा लेकिन किसी ने उसकी एक सुनी। पुलिस जब तक घटनास्थल पर पहुंचती उससे पहले ही महेश पिटाई से अधमरा हो चुका था। गंभीर रूप से जख्मी हुए महेश को इलाज के लिए अस्पताल लाया गया जहां इलाज के दौरान फारबिसगंज रेफरल अस्पताल में उसकी मौत हो गई।
पुलिस के अनुसार, मारा गया महेश अररिया के ही एक गांव में रहता है। पशु चोरी की कई घटनाओं में पहले भी उसका नाम आ चुका है। भीड़ द्वारा पीट-पीटकर मारे जाने के संबंध में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और जांच की जा रही है।
पिछले साल भी हुई थी मॉब लिंचिंग
गौरतलब है कि अररिया में पशु चोरी के शक में लिंचिंग का यह पहला मामला नहीं है। पिछले साल दिसंबर में सिकटी थाना क्षेत्र के एक गांव में 55 वर्षीय शख्स को भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला था। घटना का वीडियो वायरल हो गया था जिसमें दिख रहा था कि करीब 300 लोगों की भीड़ मोहम्मद काबुल पर लाठी-डंडों से वार कर रही थी।
इसके अलावा पिछले 72 घंटों के दौरान बिहार में मॉब लिंचिंग की ये दूसरी घटना है। इससे पहले सुपौल में भी एक बाइक सवार युवक की भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। बाइकर का कसूर बस इतना था कि उसकी बाइक के धक्के से एक युवक घायल हो गया था।