PUBG की लत है खतरनाक, आप हो सकते हैं इन बीमारियों के शिकार!

  • Follow Newsd Hindi On  

PUBG, इस वक्त दुनिया का सबसे फेमस ऑनलाइन मल्टीप्लेयर गेम बन गया है और यह युवाओं के बीच तेजी से पॉप्युलर हो रहा है। बच्चों और युवाओं के बीच इस ऑनलाइन गेम का क्रेज इस कदर बढ़ गया है कि इसे खेलने वालों में इस गेम की ऐसी लत लग जाती है कि उनका मानसिक और शारीरिक विकास प्रभावित होने लगता है।

आज-कल अक्सर आपको मेट्रो, बस ट्रेन या फिर शॉपिंग सेंटर में लोग मोबाइल पर पबजी खेलते दिख जाएंगे। आपको बता दें कि इस पबजी मोबाइल गेम के चक्कर में कई लोगों की जान जा चुकी है, तो वहीं कई लोगों ने इसकी लत के कारण अपने घर ही में चोरियां भी की हैं। खबरों के मुताबिक, कुछ दिन पहले ही महाराष्ट्र के ठाणे में एक युवक ने अपने बड़े भाई की हत्या सिर्फ इसलिए कर दी क्योंकि उसने पबजी खेलने से मना कर दिया था। नैशनल इंस्टिट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरो साइंस NIMHANS में 120 से ज्यादा मामले रिपोर्ट किए गए, जिनमें बच्चों के मेंटल हेल्थ पर PUBG गेम का विपरीत प्रभाव देखा गया। इन तमाम घटनाओं ने इस खेल पर अनेकों सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या पबजी वाकई इतना खतरनाक है?


आइए जानते हैं पबजी के चलते होने वाली बीमारियों के बारे में…

 गेम की लत

सबसे पहले तो इस खेल की लत में लोग अपनी सुध-बुध गवां बैठते हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक ब्रिटेन में तलाक का सबसे बड़ा कारण वीडियो गेम है। पबजी गेम खेलने के कारण लोग दिनभर व्यस्त रह रहे हैं और अपने अन्य कामों को दरकिनार कर रहे हैं। वीडियो गेम की लत में आप अपना समय भी बर्बाद करते हैं और फर्जी जीत के चक्कर में आप वास्तविक जीवन और दुनिया से दूर हो जाते हैं।


जरूरत से ज्यादा गुस्सा दिखाना 

पबजी एक हिंसक गेम है जिसमें प्लेयर्स दूसरे प्लेयर्स को जान से मारते हैं। हिंसक होने के डर से ही चीन सरकार ने पबजी को बैन कर रखा है। लगातार इस गेम को खेलने पर इंसानों की हिंसक प्रवृति में वृद्धि हो सकती है। इस गेम की वजह से लोगों में गुस्सा, हिंसक सोच और हिंसक व्यवहार देखे जा रहे हैं। गेम में हिंसा दिखाई जाती है और हथियारों का इस्तेमाल होता है जिससे बच्चों के स्वभाव में चिड़चिड़ापन बढ़ रहा है।

असल जिंदगी से दूरी 

इस खेल के दौरान गेम के प्लेयर्स आपस में ही चैटिंग करते हैं। ऐसे में आप दुनिया और समाज से अलग हो जाते हैं। आपको जब भी समय मिलता है, तो आप गेम ही खेलते हैं। समाज से आपका कोई सरोकार नहीं रह जाता। आप घर में ही रहना पसंद करने लगते हैं। ऐसे में आप बाहरी लोगों से मिल नहीं पाते हैं।

खराब शारीरिक स्वास्थ्य

चाहे आप फोन पर गेम खेल रहे हों या कंप्यूटर पर, दोनों ही स्थिति में आपकी आंखों पर गलत प्रभाव पड़ता है और आंखें खराब भी हो सकती हैं। ऐसे में आपको सिर दर्द की भी समस्या हो सकती है। एक ही जगह बैठकर लगातार गेम खेलना किसी ही सूरत में सेहत के लिए सही नहीं है। इसके अलावा आपकी पीठ में भी दर्द की शिकायत हो सकती है।

खराब मानसिक स्वास्थ्य

पबजी गेम खेलने से आपके अंदर चिड़चिड़ेपन की भी समस्या हो सकती है और आप अकेलापन महसूस कर सकते हैं। साल 2018 में WHO ने मानसिक विकृति के लिए वीडियो गेम की लत को जिम्मेदार बताया था। वीडियो गेम की वजह से लोगों में अवसाद (डिप्रेशन) की समस्या देखी जा रही है।

नींद से जुड़ी परेशानी 

गेम शुरू होने के बाद आप गेम खत्म नहीं होने तक सोने नहीं जाते हैं और ज्यादा देर तक स्क्रीन पर देखने के कारण चाहने के बाद भी आपको नींद नहीं आती है। नींद पूरी न होने से ब्लड प्रेशर और डायबीटीज का खतरा बढ़ जाता है। पर्याप्त नींद न लेने से एक्रागता की कमी और कमजोर याददाश्त  की समस्या भी हो जाती है।

परफॉर्मेंस में लगातार गिरावट 

छात्रों पर पबजी का सबसे खराब असर देखने को मिल रहा है। लगातार गेम खेलने में व्यस्त रहने के कारण आपकी पढ़ाई नहीं हो पाती है। ऐसे में आपको इसके बारे में सोचना चाहिए और पबजी गेम खेलना बंद करना चाहिए। इस बात को हमेशा याद रखें, यह सिर्फ एक वीडियो गेम है और इसमें दुनिया खत्म हो नहीं होगी।

(आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम पर फ़ॉलो और यूट्यूब पर सब्सक्राइब भी कर सकते हैं.)