जोमैटो फूड डिलिवरी ऐप से खाना ऑर्डर करने और डिलिवरी बॉय के गैर हिंदू होने के चलते ऑर्डर कैंसल करने वाले अमित शुक्ल की मुश्किलें बढ़ने वाली है। अब जबलपुर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) ने कहा है कि ट्वीट करने वाले अमित शुक्ल को नोटिस भेजा गया है। एसपी के मुताबिक, अमित शुक्ला को चेतावनी दी जाएगी कि अगर वह भविष्य में ऐसा कोई ट्वीट करते हैं, जो संविधान के खिलाफ है तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
जबलपुर के एसपी अमित सिंह ने कहा, ‘हमने एक नोटिस जारी किया है, जो अमित शुक्ल को भेजा जाएगा। उन्हें चेतावनी दी जाएगी कि अगर भविष्य में ऐसा कोई भी ट्वीट करते हैं, जो संविधान के खिलाफ है तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उनपर नजर रखी जा रही है।’ बता दें कि अमित शुक्ल ने अपना ट्विटर अकाउंट डिलीट कर दिया है।
डिलीवीर बॉय के हिंदू नहीं होने पर ऑर्डर किया था कैंसल
गौरतलब है कि अमित शुक्ल नामक एक व्यक्ति ने जोमैटो से खाना आर्डर किया। लेकिन जब उसने पाया कि उसका खाना लेकर आ रहा राइडर या डिलीवरी बॉय हिंदू नहीं है तो उसने जोमैटो (Zomato) से डिलीवरी बॉय को बदलने को कहा। लेकिन, कंपनी ने अमित शुक्ल के अनुरोध को ये कहते हुए ठुकरा दिया कि न तो वे राइडर बदलेंगे और आर्डर कैंसिल करने की स्थिति में पैसे भी वापस नहीं करेंगे। इस पर अमित ने कहा कि आप मुझे आर्डर लेने को बाध्य नहीं कर सकते और मुझे पैसे भी नहीं चाहिए।
अमित शुक्ल ने इस घटना को बयां करते हुए एक ट्वीट भी ट्विटर पर डाला। इसका जवाब देते हुए जोमैटो ने लिखा, “खाने का कोई धर्म नहीं होता है। खाना खुद एक धर्म है।”
Food doesn’t have a religion. It is a religion. https://t.co/H8P5FlAw6y
— Zomato India (@ZomatoIN) July 31, 2019
इतना ही नहीं, इस बात को लेकर कंपनी के संस्थापक दीपिंदर गोयल ने भी ट्वीट किया, “हमें आईडिया ऑफ़ इंडिया पर गर्व है – और हमारे सम्मानित ग्राहकों और पार्टनरों की विविधता पर भी। हमें अपने बिज़नेस में ऐसे किसी नुकसान का कोई अफसोस नहीं है जो हमारे मूल्यों के आड़े आता हो।
We are proud of the idea of India – and the diversity of our esteemed customers and partners. We aren’t sorry to lose any business that comes in the way of our values. ?? https://t.co/cgSIW2ow9B
— Deepinder Goyal (@deepigoyal) July 31, 2019
बता दें, ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि सोशल मीडिया पर लोग धर्म के आधार पर नफरत फैलाते देखे गए हों। नेटफ्लिक्स से लेकर स्नैपडील जैसी कंपनियां विभिन्न मुद्दों को लेकर अतिवादियों के निशाने पर आ चुकी हैं। ऐसे में जोमैटो का एक सही स्टैंड लेना वाकई काबिलेतारीफ है।