नई दिल्ली, 25 अप्रैल (आईएएनएस)| राष्ट्रीय राजधानी की सभी सातों सीटों पर चुनाव लड़ रही आम आदमी पार्टी (आप) ने गुरुवार को लोकसभा चुनाव के लिए अपने घोषणापत्र में राष्ट्रीय राजधानी को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने का वादा किया है।
पार्टी ने कहा है कि इससे शहर की तमाम समस्याओं का समाधान हो जाएगा।
दिल्ली की सत्तारूढ़ पार्टी का केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार से मतभेद रहा है। पार्टी ने कहा कि केवल पूर्ण राज्य का दर्जा ही दिल्ली सरकार को भूमि, कानून व व्यवस्था, पुलिस, अधिकारियों के बारे में तथा अन्य निर्णय लेने का अधिकार दे सकता है।
यहां पार्टी कार्यालय में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा जारी 35 पन्नों के घोषणापत्र का शीर्षक ‘ले कर रहेंगे पूर्ण राज्य’ है। आप ने घोषणापत्र में कहा कि केवल पूर्ण राज्य के दर्जे से ही दिल्ली के लोगों का सपना साकार होगा।
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने एक संदेश में कहा, “(पूर्ण राज्य के दर्जे से) महिला सुरक्षा में बेहतरी होगी। दिल्ली में कानून व व्यवस्था की स्थिति बेहतर होगी। युवाओं को रोजगार मिलेगा। 12वीं में 60 प्रतिशत से ज्यादा अंक लाने वाले सभी छात्र-छात्राओं को कॉलेज में दाखिला मिलेगा, दिल्ली में सीलिंग पर रोक लगाई जाएगी। दिल्ली के सभी नागरिकों के पास अपना घर होगा। कच्ची कॉलोनियों को नियमित किया जाएगा। दिल्ली स्वच्छ और सुंदर होगी और यह विकास के पथ पर आगे बढ़ेगी।”
दिल्ली में 12 मई को मतदान होना है जहां भाजपा, आप और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है।
घोषणापत्र जारी होने के मौके पर पार्टी के अन्य नेताओं के अलावा मनीष सिसोदिया, गोपाल राय और संजय सिंह भी मौजूद थे। पार्टी ने कहा है कि वह लोकसभा चुनाव दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने के एकमात्र मकसद के साथ लड़ रही है।
पार्टी ने अपने घोषणापत्र में कहा कि भाजपा और कांग्रेस दोनों ने दिल्ली के लिए पूर्ण राज्य का दर्जा देने के मुद्दे पर यहां की जनता के साथ धोखा किया है।
घोषणापत्र के अनुसार, “इसके पीछे दोनों पार्टियां कारण यह देती हैं कि उनकी सरकार दिल्ली में नहीं है। जबकि, सच्चाई यह है कि उनके पास ऐसा करने का अवसर था, जब उनकी केंद्र और दिल्ली दोनों जगहों पर सरकारें थीं। लेकिन, उन्होंने दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देने के लिए कोई प्रभावकारी कदम नहीं उठाया। आज के समय में भी, भाजपा व कांग्रेस का पूर्ण राज्य के प्रति रवैया सही नहीं है।”
केजरीवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री बनने से पहले दिल्ली के लिए पूर्ण राज्य का दर्जा मांगा था।
आप ने कहा कि कई मुश्किलों के बावजूद, दिल्ली सरकार ने शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली और पानी के क्षेत्र में जबरदस्त सफलता हासिल की है।