बीजिंग, 28 दिसंबर (आईएएनएस)। जैसे-जैसे साल का अंत करीब आता जा रहा है, कोविड-19 से चीन की अर्थव्यवस्था तेजी से पटरी पर लौटते हुए नजर आ रही है और दुनिया की आर्थिक रिकवरी के लिए आशाएं बढ़ा रही है।
दरअसल, चीन की त्वरित आर्थिक रिकवरी ने कई लोगों को हैरान कर दिया, जिसमें कई विशेषज्ञ और अर्थशास्त्री भी शामिल हैं, जिन्होंने भविष्यवाणी की थी कि चीन साल 2020 में आर्थिक मंदी से उभर नहीं पाएगा।
नवीनतम विश्व आर्थिक आउटलुक में, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष ने इस साल चीन की अर्थव्यवस्था को 1.9 प्रतिशत बढ़ने का अनुमान लगाया, जो कि जून के पूवार्नुमान से 0.9 प्रतिशत अधिक है। जाहिर है, चीन इस साल विश्व की प्रमुख आर्थिक शक्तियों के बीच सकारात्मक वृद्धि हासिल करने वाला एकमात्र देश होगा।
वहीं, विश्व बैंक के आंकड़ों पर नजर डालें, तो इस साल के दिसंबर अंत तक, दुनिया भर में जीडीपी में चीन की हिस्सेदारी लगभग 1.1 प्रतिशत बढ़ने की संभावना है। यह 2019 में चीन द्वारा प्राप्त हिस्सेदारी का तीन गुना है। इसके विपरीत, अमेरिका और यूरोप अपने शेयरों को कुछ हद तक सिकुड़ते देखेंगे।
चीन में प्रमुख विकास के आंकड़ों में चौतरफा सुधार हुआ है, जो वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए एक वरदान माना जा सकता है। सामाजिक सुरक्षा नेटवर्क को मजबूत करने और आगे के प्रमुख सुधारों पर केंद्रित सहायक मैक्रोइकॉनमिक नीतियों के सही मिश्रण के साथ, चीन रिकवरी को बनाए रखेगा और संतुलित और उच्च-गुणवत्ता वाले विकास को सुनिश्चित करेगा, जिससे चीन और दुनिया को लाभ मिलेगा।
विदेशी व्यापार के संदर्भ में, चीन का पुनरुद्धार भी जारी रहा, क्योंकि निर्यात और आयात दोनों उच्च स्तर पर पहुंच गए और लगातार तीन महीनों तक बढ़ते रहे।
ऐसे समय में जब कोरोनोवायरस की वजह से वैश्विक स्तर पर आर्थिक मंदी छायी हुई है, चीन के खुलेपन की गति में तेजी आई है, जिससे दुनिया के आर्थिक सुधार पर सकारात्मक स्पिलओवर प्रभाव पैदा हो रहा है।
इतना ही नहीं, चीन ने नवंबर के मध्य में 14 अन्य भागीदार देशों के साथ क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते (आरसीईपी) पर हस्ताक्षर किए। दुनिया के सबसे बड़े व्यापार समझौते से संभवत: अधिक क्षेत्र खुलेंगे और हस्ताक्षर करने वाले देशों के बीच व्यापार प्रवाह को बढ़ावा मिलेगा।
यह क्षेत्रीय व्यापार को बढ़ावा देने के लिए अनुकूल है, और चीन के विकास के स्पिलओवर प्रभाव में भाग लेने वाले देशों की आर्थिक सुधार में सुधार होगा।
(अखिल पाराशर, चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
— आईएएनएस