हमारा देश विविधता और आस्था से सराबोर है। लोग यहां पत्थरों को भी पूजते हैं, लेकिन कुछ लोग इसी बात का फायदा उठाकर अपने गलत इरादों को अंजाम देने लग जाते हैं। कई डेरे और आश्रम अक्सर लोगों के भोलेपन का नाजायज फायदा उठाते हैं। ताजा मामला आगरा के रुनकता से सामने आया है। यहां ओम शांति आश्रम के संचालक पर एक सेविका ने दुष्कर्म का आरोप लगाया है। आश्रम में रहने वाली 25 वर्षीय सेविका की शिकायत पर गांव वालों ने आरोपित को दबोच लिया। जमकर धुनाई के बाद आरोपी संचालक को पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने आरोपित के खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज किया है।
क्या है पूरा मामला?
खबरों के अनुसार रेणुका धाम स्थित प्राचीन टीले वाले हनुमान बाबा मंदिर के पास करीब 10 साल से ओम शांति आश्रम संचालित है। आश्रम का संचालन भगवान सिंह निवासी दिगरौता, कागारौल करता है। चार साल पहले अलीगढ़ निवासी युवती आश्रम में आई थी। आश्रम में वह सेविका के रूप में रहने लगी। मंगलवार को युवती ने गांव वालों से अपने साथ हो रही दरिंदगी बयां की।
सेविका ने ग्रामिणों को बताया कि, संचालक भगवान सिंह उसके साथ एक साल से दुष्कर्म कर रहा था। विरोध करने पर मारपीट करता था। दो दिन पहले भी उसने युवती के साथ दुष्कर्म किया। यह सुन ग्रामीण सन्न रह गए। लोगों ने आरोपित को आश्रम में ही दबोच लिया। उसकी जमकर धुनाई की। इसके बाद रुनकता चौकी पुलिस को सूचना दी। मामला गंभीर होने पर थाना सिकंदरा पुलिस समेत अधिकारी पहुंच गए। लोगों ने आरोपित को पुलिस के हवाले कर दिया। सेविका को मेडिकल के लिए भेजा गया है।
कई युवतियां छोड़ चुकी हैं आश्रम
सेविका ने आरोप लगाया कि, संचालक आश्रम में रहने वाली हर युवती और महिला को हवस का शिकार बनाता है। युवतियों को ईश्वर भक्ति और साधना के नाम पर फंसाता है। उन्हें आश्रम में लाता है। इसके बाद दुष्कर्म करता है। चार माह पहले पांच युवतियों ने संचालक से तंग आकर आश्रम छोड़ा था। आरोपित ने उनके साथ दुष्कर्म किया था।
महिलाएं भी हैं इसमें शामिल
पीड़िता ने आश्रम में रहने वाली अन्य महिलाओं पर भी आरोप लगाया है। आश्रम में दो महिलाएं और भी रहती हैं। वह आरोपित के साथ मिली हुई हैं। एक साल पहले भी पीड़िता ने दुष्कर्म की बात कही तो महिलाओं ने डरा धमका कर शांत करा दिया था।
साधना के लिए छोड़ा था परिवार
पीड़िता मूल रूप से अलीगढ़ की रहने वाली है। उसने बताया कि चार साल पहले उसका भक्ति और साधना की ओर झुकाव हुआ। उसने अपना परिवार छोड़ दिया। कई आश्रमों में रहकर उसने साधना की। वह ओम शांति आश्रम के संचालक भगवान सिंह के चंगुल में फंस गई। भगवान सिंह उसे रुनकता में अपने आश्रम में ले आया।
धार्मिक संस्था के नाम का दुरुपयोग
खबरों के मुताबिक, आरोपी भगवान सिंह बड़ी धार्मिक संस्था के नाम का दुरुपयोग करके आश्रम चला रहा था। संस्था की जोन प्रमुख ने बताया कि उनकी संस्था का इस आश्रम से कोई लेनादेना नहीं है। संस्था के मुख्यालय में हर आश्रम का रजिस्ट्रेशन होता है। इस आश्रम का रजिस्ट्रेशन नहीं है।गौरतलब है कि पहले इस आश्रम की ब्रह्मकुमारी आश्रम के रूप में पहचान थी, लेकिन जल्दी ही ब्रह्मकुमारी संस्थान ने वहां से अपनी गतिविधियां बंद कर दीं। हालांकि, आरोपी अभी भी ब्रह्मकुमारी आश्रम के नाम का दुरुपयोग कर रहा था। पुलिस ने आरोपी संचालक को गिरफ्तार कर लिया है और सभी मामलों की जांच की जा रही है।
संचालक खुद को बताता है महात्मा
रेणुका धाम में 10 साल से चल रहे ओम शांति आश्रम का संचालक खुद को महात्मा कहता है। आश्रम में आने वाली हर महिला और युवती को अपनी बहन कहता है। आश्रम में जो भी पति और पत्नी आते थे, उन्हें बहन-भाई बना देता था। इस वजह से कई घरों में रार हो गई। कई पति और पत्नी अलग हो गए। आरोपी कहता था कि धरती फटने वाली है। प्रभु की शरण ही अंतिम है। जो प्रभु की शरण में आएगा, वही जीवित रहेगा। प्रभु को पाना है तो आश्रम में रहो। घर परिवार को छोड़कर प्रभु की अराधना इंसान के जीने का लक्ष्य रहा है। इसी तरह की बातों में फंसा कर महिलाओं को आश्रम से जोड़ रखा है।
इस मामले के सामने आने पर लोगों में आक्रोश है। उनकी मांग है कि आश्रम खाली कराया जाए। रेणुका धाम धार्मिक स्थल है। सैकड़ों भक्त यहां आते हैं। ऐसे स्थान पर दुष्कर्मियों के लिए कोई जगह नहीं है।
आपको बता दें कि, पीड़िता की तहरीर पर आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया गया है। उसे जेल भेजा गया है। युवती का मेडिकल कराया गया है। विवेचना के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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