आसियान सम्मेलन में बोले कैलाश चौधरी – आमजन को पोषक कृषि उत्पाद उपलब्ध कराएं

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नई दिल्ली, 21 अक्टूबर (आईएएनएस)। कोरोना महामारी के चलते कृषि और वानिकी पर आसियान-भारत मंत्री स्तरीय छठी बैठक बुधवार को वर्चुअल रूप से आयोजित हुई। इसमें भारत सहित आसियान के सदस्य देशों — ब्रुनेई दारुस्सलाम, कम्बोडिया, इंडोनेशिया, लाओ पीडीआर, मलेशिया, म्यांमार, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड और वियतनाम के कृषि एवं वानिकी मंत्रियों ने भाग लिया। इस महत्वपूर्ण बैठक में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने सह-अध्यक्षता करते हुए भारत का प्रतिनिधित्व किया।

बैठक के बाद कैलाश चौधरी ने कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुरक्षित एवं पोषक कृषि उत्पादों की उपलब्धता को लेकर एक दूसरे का पूर्ण सहयोग करने को लेकर भारत प्रतिबद्ध है। चौधरी ने कहा कि भारत कृषि क्षेत्र को मजबूत और समृद्ध बनाने में आसियान को केंद्रीय भूमिका निभाते हुए देखना चाहता है।


कृषि राज्यमंत्री ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि भारत कृषि और संबद्ध क्षेत्रों में रणनीतिक सहयोग सुनिश्चित करके आसियान क्षेत्रों में कल्याण और जीवन की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के सिद्धांत और उद्देश्यों के प्रति प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण के अनुकूल वातावरण में किफायती मूल्य पर खाद्य और पोषण सुरक्षा सुनिश्चित करने के मुख्य उद्देश्य से कृषि और खाद्य सुरक्षा भारत सरकार के प्राथमिक मुद्दों में से एक है।

चौधरी ने कहा कि खेती-किसानी हमारे लिए विशेष रूप से महžवपूर्ण है क्योंकि देश की अधिकांश आबादी अभी भी अपनी आजीविका के लिए इस पर निर्भर है। भारत ने पिछले दशकों के दौरान हरित क्रांति और श्वेत क्रांति के माध्यम से खाद्य और दूध उत्पादन में आत्मनिर्भरता का मार्ग प्रशस्त किया है।

कैलाश चौधरी ने वर्ष 2022 तक किसान की आय को दोगुना करने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लक्ष्य को पूरा करने पर जोर देते हुए देश में कृषि और कृषि प्रौद्योगिकियों में की गई प्रगति पर प्रकाश डाला। बैठक के दौरान सभी पक्षों ने पारस्परिक रूप से प्राथमिक परियोजनाओं, अर्थात जलवायु-स्मार्ट कृषि, कृषि उत्पादन में रोबोटिक्स और ड्रोन का तथा खाद्य प्रसंस्करण में विद्युत चुम्बकीय तरंगों का अनुप्रयोग, फलों और सब्जियों के लिए कटाई-उपरांत प्रौद्योगिकी का संवर्धन और फसलों, पशुधन और जलीय कृषि के लिए ट्रांस-बाउंड्री रोग और स्वास्थ्य प्रबंधन के विकास और कार्यान्वयन पर ध्यान केंद्रित किया।


–आईएएनएस

पीएमजे-एसकेपी

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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