नई दिल्ली | भारत और अमेरिका ने पाकिस्तान के लिए आतंकियों व आतंकी समूहों के खिलाफ सार्थक, ठोस और स्पष्ट कार्रवाई की तत्काल जरूरत को रेखांकित किया है।
वाशिंगटन में शुक्रवार को हुई भारत-अमेरिका काउंटरटेररिज्म जॉइंट वर्किंग ग्रुप की 16वीं बैठक और भारत-अमेरिका डेजिग्नेशन डायलॉग के दूसरे सत्र के दौरान उन्होंने यह मांग की।
मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “आतंकवाद से मुकाबले के लिए विदेश विभाग के समन्वयक नैथन ए. सेल्स और विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव महावीर सिंघवी ने अपनी-अपनी अंतर-एजेंसी और अंतर-विभागीय प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई की।”
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— India in USA (@IndianEmbassyUS) March 29, 2019
उन्होंने दोनों देशों के बीच आतंकवाद से मुकाबले के लिए सहयोग और द्विपक्षीय संबंधों के इस तत्व पर करीबी समन्वय जारी रखने का संकल्प लिया।
बयान में कहा गया है, “आतंकवाद से मुकाबले के संयुक्त कार्यसमूह ने अंतर्राष्ट्रीय आंतकी संगठनों द्वारा पैदा किए गए खतरों के साथ-साथ दक्षिण एशिया क्षेत्र में सीमा पार आतंकवाद को लेकर जारी चिंताओं पर विचार आदान-प्रदान किए। राजदूत सेल्स ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के लोगों और सरकार के लिए अमेरिकी समर्थन पर जोर दिया।”
बयान के मुताबिक, “दोनों पक्षों ने आतंकियों व आतंकी समूहों के खिलाफ सार्थक, ठोस व स्पष्ट कार्रवाई की तत्काल जरूरत को रेखांकित किया।”
बयान में कहा गया है, “संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 2396 में उल्लेखित महत्वपूर्ण प्रावधानों व दायित्वों के अनुरूप सीमा पार आतंकवाद की क्षमता को कम करने के लिए सूचना के आदान-प्रदान और अन्य कदमों पर सहयोग को मजबूत करने पर चर्चा हुई है।”
बयान में कहा गया है कि अमेरिका, आतंकवाद के वित्तपोषण से मुकाबले के लिए अंतर्राष्ट्रीय प्रयासों में भारत की भागीदारी का स्वागत करता है और दोनों पक्षों ने आतंकवादी समूहों और आतंकियों के खिलाफ प्रतिबंधों को आगे बढ़ाने के लिए अपनी-अपनी प्राथमिकताओं व प्रक्रियाओं के बारे में जानकारी साझा की है।