नई दिल्ली, 29 अक्टूबर (आईएएनएस)| सुप्रीम कोर्ट के दूसरे सबसे वरिष्ठतम न्यायाधीश न्यायमूर्ति शरद अरविंद बोबडे देश के अगले प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) होंगे। वह कई महत्वपूर्ण मामलों की सुनवाई के लिए जाने जाते है।
इसमें विवादित अयोध्या मामला भी शामिल है, जिस पर फैसले का इंतजार है। न्यायमूर्ति बोबडे 47वें प्रधान न्यायाधीश के रूप में 18 नवंबर को कार्यभार संभालेंगे। वह 18 महीनों के लिए प्रधान न्यायाधीश होंगे और 23 अप्रैल 2021 को सेवानिवृत्त होंगे।
बोबडे पांच न्यायाधीशों की संविधान पीठ का हिस्सा हैं, जो अयोध्या जमीन विवाद मामले की सुनवाई कर रही है।
उन्होंने सबसे विवादास्पद मामलों में से एक मौजूदा सीजेआई रंजन गोगोई के खिलाफ यौन उत्पीड़न की शिकायत के मामले को भी सुना है। न्यायमूर्ति बोबडे की अध्यक्षता वाली इन हाउस बेंच ने इस मामले में न्यायमूर्ति गोगोई को क्लीन चिट दी थी।
न्यायमूर्ति बोबडे नौ न्यायाधीशों की पीठ का हिस्सा रहे, जिसने अगस्त 2017 में निजता के अधिकार को व्यक्ति के मूल अधिकार के रूप में घोषित किया था।