न्यूयॉर्क, 6 जून (आईएएनएस)। अमेरिका के न्यूयॉर्क राज्य के एक शहर में 75 वर्षीय एक श्वेत प्रदर्शनकारी को पुलिस द्वारा पीटे जाने का वीडियो वायरल होने पर दो पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया। इसके विरोध में शुक्रवार को इमरजेंसी कॉप्स टीम के सभी सदस्यों ने इस्तीफा दे दिया।
न्यूयॉर्क के गवर्नर एंड्रयू क्यूमो ने पुलिसकर्मियों के निलंबन का समर्थन करते हुए पुलिस की कार्रवाई को मौलिक रूप से आक्रामक और भयावह करार दिया।
विरोध-प्र्दशन का एक वीडियो गुरुवार को वायरल हुआ, जिसमें बफेलो शहर में नियाग्रा फॉल्स के पास प्रदर्शन में शामिल मार्टिन गुगिनो नाम के एक बजुर्ग को पुलिसकर्मियों की कतार की ओर जाते देखा जा रहा है। करीब आते ही एक पुलिसकर्मी उन्हें धक्का देता है और वह पीछे की ओर गिर जाते हैं। उनके सिर में चोट आई है।
मॉर्टिन के वकील ने स्थानीय समाचार चैनल को कहा कि उनके बुजुर्ग मुवक्किल अस्पताल में भर्ती हैं।
डब्ल्यूजीआरजेड (मीडिया हाउस) ने पुलिस यूनियन के प्रेसिडेंट जॉन इवांस के हवाले से कहा, “साथी पुलिसकर्मियों के निलंबन के बाद बफेलो पुलिस इमरजेंसी टीम के सभी 57 सदस्यों ने अपनी यूनिट से इस्तीफ दे दिया है।
यहां के अधिकांश नगर निगमों में पुलिस निर्वाचित नेतृत्व के नियंत्रण में है और बफेलो के मेयर बायरन ब्राउन डेमोक्रेट नेता हैं।
गौरतलब है कि 25 मई को एक अश्वेत अमेरिकी जॉर्ज फ्लॉइड की पुलिस हिरासत में मौत होने के बाद से पूरे अमेरिका में विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं और देशव्यापी विरोध के कारण विशेष रूप से अल्पसंख्यकों के खिलाफ पुलिस की ज्यादती सामने आ रही है, जवाब में सुरक्षा बलों पर भी हमले हो रहे हैं।
न्यूयॉर्क शहर में हुई सबसे गंभीर घटना की बात करें, तो विरोध-प्रदर्शन् के दौरान लूटपाट करने से रोकने पर बुधवार रात एक पुलिस अधिकारी की गर्दन में छुरा घोंपा गया और दो अन्य को गोली मार दी गई।
–आईएएनएस