काबुल, 17 मार्च (आईएएनएस)| अफगानिस्तान के राष्ट्रपति के एक सलाहकार ने यहां कहा कि इंट्रा-अफगान वार्ता शुरू होने और देश में हिंसा की घटनाओं में कमी आने के बाद ही तालिबान के कैदियों को धीरे-धीरे रिहा किया जाएगा।
टोलो न्यूज ने राष्ट्रपति के सलाहकार वहीद उमर के सोमवार को दिए बयान के हवाले से कहा कि इन दो शर्तो को मानने के बाद ही तालिबान के कैदियों की रिहाई संभव है।
उमर ने कहा, “हम तालिबान के कैदियों की सूची की समीक्षा कर रहे हैं। एक साथ पांच हजार कैदियों को रिहा करना संभव नहीं है। प्रत्येक कैदी को किस अपराध के लिए कैद किया गया है, हम उन अपराधों के बारे में जानने का प्रयत्न कर रहे हैं। इसमें समय लगेगा।”
वहीं, तालिबान ने धीरे-धीरे कैदियों की रिहाई की सरकार की योजना को खारिज कर दिया और कहा कि यदि एक साथ सभी पांच हजार कैदियों को नहीं छोड़ा जाता तो वह वार्ता नहीं करेंगे।
राष्ट्रपति के आदेशानुसार, पहली बारी में कुछ कैदियों को 14 मार्च को रिहा किया जाना है, लेकिन प्रक्रिया में देरी हो रही है।