भाजपा नेताओं ने बुंदेलखंड की जनता से पैकेज लूट लिए : राहुल

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 पन्ना/दमोह/टीकमगढ़, 30 अप्रैल (आईएएनएस)| कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भाजपा नेताओं और बैंक से कर्ज लेकर भागे उद्योगपतियों के रिश्तों पर मंगलवार को सवाल उठाए और राज्य की पूवर्वती भाजपा सरकार पर हमला बोला।

 उन्होंने मुख्यमंत्री कमलनाथ से बुंदेलखंड पैकेज में गड़बड़ी करने वालों पर कार्रवाई करने के लिए भी कहा।


 

बुंदेलखंड के तीन संसदीय क्षेत्रों खजुराहो, टीकमगढ़ और दमोह में जनसभाओं को संबोधित करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, “राज्य में व्यापमं घोटाला हुआ, बुदेलखंड पैकेज में हजारों करोड़ों रुपये दिए थे, इस पैकेज को भाजपा नेताओं ने बुंदेलखंड की जनता से छीन लिया। कमलनाथ जी आप कार्रवाई कीजिए और बुंदेलखंड की जनता को वह पैसा दिलाइए।”

ज्ञात हो कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली संप्रग सरकार के कार्यकाल में वर्ष 2008 में मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड के छह जिलों के लिए 3,800 करोड़ रुपये की राशि दी गई थी। इस राशि में बड़े पैमाने पर गड़बड़ियां हुई थीं।


राहुल ने बैंक का कर्ज लेकर भागे उद्योगपतियों और भाजपा नेताओं के रिश्तों को एक-एक कर गिनाया। उन्होंने कहा, “नोटबंदी के समय कहा गया था कि यह काले धन के खिलाफ लड़ाई है, तो बैंकों की कतार में नीरव मोदी, मेहुल चोकसी जैसे लोग क्यों नहीं लगे? अमित शाह का बेटा जय शाह 50 हजार रुपये को तीन माह में 80 करोड़ रुपये बना लेता है। मेहुल चोकसी अरुण जेटली की बेटी के बैंक खाते में पैसा भेजता है, राजस्थान की मुख्यमंत्री के बेटे के बैंक खाते में ललित मोदी पैसा भेजता है। भागने से पहले विजय माल्या वित्तमंत्री अरुण जेटली से मिलता है। क्यों मिला, क्या सौदा हुआ, कितना पैसा लिया, क्या बातचीत हुई। उन्हें जवाब देना चाहिए।”

राहुल गांधी ने कहा, “बुंदेलखंड का किसान पांच-10 हजार रुपये नहीं चुकाता तो उसे जेल में डाला जाता है, मगर हजारों करोड़ रुपये लेकर भागने वाले को जेल में नहीं डाला जाता मोदी जी। किसान ईमानदार है, चोर नहीं है, इसीलिए उसे जेल में डाला जाता है।”

चौकीदार शब्द को लेकर भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री ने अपने को चौकीदार बताया था, मगर अब भाजपा और प्रधानमंत्री को यही शब्द अच्छा नहीं लग रहा है, क्योंकि चौकीदार कहने पर जनता जवाब में ‘चोर’ कहने लगी है।”

उन्होंने कहा, “पिछले चुनाव में नारा अच्छे दिन आएंगे था, मगर अब नारा बदल गया है। मैं कहता हूं चौकीदार तो जनता कहती है -चोर है। जब प्रधानमंत्री बने थे तो कहते थे कि मैं प्रधानमंत्री नहीं, बल्कि चौकीदार हूं, मगर अब यही शब्द भाजपा व मोदी को अच्छा नहीं लगता। भाजपा ने चुनाव आयोग से शिकायत की कि राहुल गांधी को चौकीदार शब्द का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।”

गांधी ने सवाल किया, “आखिर ऐसा क्यों हुआ। देश के किसी भी चौराहे पर जाकर चौकीदार बोला जाए तो जबाव मिलता है -चोर है। बुंदेलखंड से लेकर दिल्ली तक के किसी भी चौराहे पर चले जाइए। दिल्ली के रेसकोर्स रोड तक में कहिए तो यही जवाब मिलेगा।”

राहुल गांधी ने कहा, “रेसकोर्स रोड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के घर के सामने भी जो सुरक्षाकर्मी बंदूक लेकर खड़े रहते हैं, उनके सामने कहिए कि चौकीदार तो जवाब मिलेगा चोर है। वैसे मैंने यह कोशिश अभी तक नहीं की है। यह जवाब इसलिए मिलता है, क्योंकि उन्होंने अमीरों को साढ़े पांच लाख करोड़ रुपये कर्ज माफ किया है।”

गांधी ने कांग्रेस की न्याय योजना को देश की आर्थिक स्थिति में बदलाव लाने वाली योजना करार दिया और किसानों से वादा किया है कि कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद कर्ज न चुकाने वाले किसानों को जेल नहीं भेजा जाएगा।

उन्होंने आगे कहा, “केंद्र की मोदी सरकार ने नोटबंदी कर और गब्बर सिंह टैक्स (जीएसटी) के जरिए देश की अर्थव्यवस्था को चौपट कर दिया, बेरोजगारी बढ़ा दी, मगर कांग्रेस ने तय किया है कि सत्ता में आते ही न्याय योजना के जरिए गरीबों के खाते में 6000 रुपये माह और 72 हजार रुपये साल जमा किए जाएंगे। यह राशि तब तक मिलेगी, जब तक परिवार की आमदनी 12 हजार रुपये माह नहीं हो जाती। गरीबों के खाते में इस राशि के आते ही जहां बाजार में दुकानों में खरीदी होने लगेगी, फैक्टरी में उत्पादन होगा और युवाओं को रोजगार मिलेगा तो देश की अर्थव्यवस्था सुधर जाएगी।”

गांधी ने नोटबंदी पर कहा, “नोटबंदी ने लोगों की जेब से पैसा निकाल लिए और प्रधानमंत्री मोदी ने यह पैसा अपने दोस्त उद्योगपतियों की जेब मे डाल दिया। नोटबंदी के चलते एक भी चोर, कालेधन वाला बैंकों की लाइन में लगा था क्या? मगर बुंदेलखंड का किसान, युवा, बेरोजगार लाइन में लगा था। मोदी ने गरीबों का पैसा छीनकर अमीरों की जेब में डाला है, तो कांग्रेस ने तय किया है कि सत्ता में आने पर इन अमीरों की जेब से पैसा निकालकर गरीबों की जेब में डाला जाएगा।”

राहुल ने कहा, “कांग्रेस के सत्ता में आने पर विजय माल्या, नीरव मोदी, मेहुल चोकसी सहित अन्य उद्योगपतियों को नहीं छोड़ा जाएगा। उनकी जेब से पैसा निकालकर न्याय योजना के तहत लोगों की जेबों में डाला जाएगा। नरेंद्र मोदी ने 15 लाख रुपये देने का झूठ लोगों से बोला, मगर मैं झूठ नहीं बोलूंगा। 15 लाख रुपये खाते में नहीं डाले जा सकते, मगर तीन लाख 60 हजार रुपये पांच साल में बैंक खातों में डाले जा सकते हैं।”

गांधी ने कहा, “पिछले दिनों किसानों ने बैंकों से कुछ हजार के कर्ज न चुकाए जाने पर जेल भेजे जाने का दर्द साझा किया। इस पर कांग्रेस ने तय किया कि जब उद्योगपति हजारों करोड़ रुपये लेकर बाहर रहते हैं और उन्हें जेल नहीं भेजा जाता तो किसानों को भी जेल नहीं भेजा जाएगा। कांग्रेस ने अपने घोषणा-पत्र में यह वादा किया है।”

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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