कोरोना लॉकडाउन (Corona Lockdown) के बीच भी बिहार में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। बदमाशों ने बेगूसराय में भाजपा नेता की गोली मारकर हत्या कर दी। घटना मुफस्सिल थाना के कैथमा गांव की है। जानकारी के मुताबिक, अपराधियों ने रविवार की सुबह भाजयुमो के जिला महामंत्री धीरज भारद्वाज को उनके घर पास ही गोली मारकर हत्या कर दी। इस दौरान बदमाशों ने धीरज के साथी अनिल यादव को भी गोली मारकर घायल कर दिया। वहीं, कैथमा के ही एक अन्य शख्स बिट्टू यादव को भी बदमाशों ने सिंहमा गांव में गोली मार दी। दोनों घायलों को गंभीर स्थिति में इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
फायरिंग से थर्राया इलाका
रिपोर्ट के मुताबिक, रविवार सुबह को बीजेपी युवा मोर्चा के नेता धीरज कुमार मुफस्सिल थाना के कैथमा गांव में अपने घर लौट रहे थे। इसी दौरान घर से कुछ दूरी पर उनकी मुलाकात अपने एक जानकार अनिल यादव से हो गई। धीरज अनिल से बात कर ही रहे थे कि पहले से ही घात लगाए अपराधियों ने उनपर धावा बोल दिया।
अपराधियों ने धीरज और उनके साथ मौजूद लोगों पर भी ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। बदमाशों ने भाजयूमो नेता को 6 गोली मारी, जिससे घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई। अनिल यादव भी फायरिंग में जख्मी हो गया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। घटना की सूचना फैलते ही इलाके में कोहराम मच गया और भारी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता सदर अस्पताल पहुंच गए।
पहले भी BJP नेता पर हुआ था जानलेवा हमला
स्थानीय लोगों की मानें तो दो बाइक पर सवार होकर आए चार की संख्या में बदमाशों ने धीरज को उस समय गोलियों से भून दिया जब वह अपने डेरा से घर जा रहा था। बदमाशों की फायरिंग की आवाज सुनते ही स्थानीय लोगों ने हिम्मत जुटाई और हमलावरों को खदेड़ना शुरू कर दिया। हमलावरों ने पीछा कर रही भीड़ पर भी फायरिंग की। इसमें कैथमा गांव का निवासी बिट्टू कुमार भी घायल हुआ। बता दें कि 5 साल पहले भी भाजयुमो नेता धीरज कुमार पर जानलेवा हमला हुआ था। धीरज इस फायरिंग में बच गए थे लेकिन उनके छोटे भाई को गोली लग गई थी।
BJP नेता की हत्या के बाद कार्यकर्ताओं में आक्रोश
धीरज की हत्या के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं में भारी आक्रोश है। इस वारदात के बाद इलाके के लोग भी पुलिस प्रशासन पर सवाल खड़े कर रहे हैं। उधर सांसद प्रतिनिधि अमरेंद्र कुमार अमर ने जिला प्रशासन से कार्रवाई कर अपराधियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की है। वहीं शव के पोस्टमार्टम के बाद परिजन और भाजपा कार्यकर्ताओं ने एसपी ऑफिस पर शव रखकर प्रदर्शन भी किया है। लोगों ने धीरज के घरवालों को सुरक्षा मुहैया कराए जाने की मांग की है।
चुनावी रंजिश बनी वजह?
स्थानीय लोगों का कहना है कि चुनावी रंजिश के चलते अपराधियों ने वारदात को अंजाम दिया है। कुछ दिनों बाद नगर निगम का चुनाव होना है। इसमें धीरज भी चुनाव लड़ने वाला था। वह पहले भी चुनाव लड़ चुका है लेकिन बहुत कम मतों के अंतर से हार गया था। पुलिस का कहना है कि अपराधियों की पहचान कर ली गई है। तीनों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। वहीं सदर डीएसपी राजन सिन्हा के मुताबिक इस केस में कुछ अपराधियों का नाम सामने आया है। पहले चुनाव को लेकर कुछ विवाद था लेकिन अभी हत्या की वजह क्या है, ये साफ नहीं हो पाया है।