जाति, भारत की राजनीति की एक हकीकत है। अक्सर इसका प्रयोग और इसकी व्याख्या अपनी सुविधानुसार की जाती है। बिहार में कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है। भाजपा नेता और बिहार सरकार के खनन मंत्री बृजकिशोर बिंद (Brij Kishor Bind) ने एक अजीबो-गरीब बयान दिया है। उन्होंने भगवान शिव (Lord Shiv) और भगवान हनुमान (Lord Hanuman) को बिंद जाति का बताया है। उनके मुताबिक ये दोनों देवता बिन्द जाति से ताल्लुक रखते हैं। बिंद बिहार में अति पिछड़ी जाति (OBC) में आते हैं।
गौरतलब है कि मंगलवार को खनन मंत्री बृजकिशोर कैमूर पहुंचे थे और वहीं उन्होंने यह बयान दिया है। यहां तक की मंत्री ने दोनों देवताओं की जाति घोषित करने के पीछे कई तर्क भी दिए हैं। उन्होंने प्रमाण के लिए शिव पुराण (Shiv Puran) और प्राचीण भारत के इतिहास से जुड़ी एक किताब का हवाला देते हुए कहा कि य़े बातें आज मास्टर्स (MA) में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को पढ़ाई जाती है।
इसके बाद मंत्री ने दोनों देवताओं की जाति बताने के बाद कहा कि हम भी बिन्द जाति से ही आते हैं और हम उन्हीं के ही वंशज है। हनुमान जी का जिक्र करते हुए नीतीश सरकार के मंत्री ने कहा कि हनुमान चालीसा के मुताबिक वो भी बिन्द समाज से ही आते हैं। मंत्री ने इस बयान के बाद सफाई भी दी और कहा कि जो बातें कहीं न कहीं लिखी हैं मैं उन्हीं लिखी बातों को दुहरा रहा हूं और मेरी हर बात के पीछे तर्क है।
बता दें कि भगवान की जाति बताने का बिहार में ये कोई पहला मौका नहीं है। बिहार के एक जाति संगठन ने राज्यपाल फागू चौहान की जाति का भी ब्योरा निकाला है और उनके अभिनंदन का भव्य समारोह आयोजित किया जिसमें राज्यपाल पहुंचे तो उन्हे चांदी का मुकुट भी पहनाया गया।
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