एनआरसी को लेकर बिहार में एक सरकारी चिट्ठी की वजह से राजनीति आज गर्म हो गई। विपक्ष नीतीश कुमार पर हमलावर हो गया और वह चिट्ठी भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। दरअसल पटना जिले के मोकामा प्रखंड विकास पदाधिकारी (BDO) द्वारा प्रेषित पत्र में तीन स्कूलों के प्रिंसिपल को संबोधित करते हुए जनगणना 2021 के प्रथम चरण में एनआरसी लागू करने के लिए फील्ड ट्रेनरों के लिए शिक्षकों की सूची मांगी गई थी।
राजद नेता तेजस्वी यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर सफेद झूठ बोलने का आरोप लगा दिया। राजद नेता ने ट्वीट करके कहा है कि बिहार में NRC-NPR का काम शुरू हो चुका है।
तेजस्वी यादव ने ट्वीट किया, “NRC-NPR पर पकड़ा गया श्री नीतीश कुमार जी का सफ़ेद झूठ। बिहार में शुरू हो चुका है NRC-NPR का काम। अधिकारी की चिट्ठी ने खोला राज। अभी NPR का कार्य किसी भी प्रदेश में शुरू नहीं हुआ है लेकिन बिहार में NRC की प्रक्रिया नीतीश जी ने शुरू कर दी। अब आपको तय करना है असली संघी कौन है ?
NRC-NPR पर पकड़ा गया श्री नीतीश कुमार जी का सफ़ेद झूठ।
बिहार में शुरू हो चुका है NRC-NPR का काम। अधिकारी की चिट्ठी ने खोला राज। अभी NPR का कार्य किसी भी प्रदेश में शुरू नहीं हुआ है लेकिन बिहार में NRC की प्रक्रिया नीतीश जी ने शुरू कर दी। अब आपको तय करना है असली संघी कौन है ? pic.twitter.com/DTMteUI7nU
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) January 31, 2020
चिट्ठी में प्रखंड विकास पदाधिकारी (BDO) मोकामा द्वारा प्रेषित पत्र में तीन स्कूलों के प्रिंसिपल को संबोधित करते हुए जनगणना 2021 के प्रथम चरण में एनआरसी लागू करने के लिए फील्ड ट्रेनरों के लिए शिक्षकों की सूची मांगी गई है।
न्यूज्ड ने मोकामा प्रखंड के बीडीओ सतीश कुमार से सम्पर्क कर उनका पक्ष जाना। सतीश कुमार ने बताया कि पत्र में एनआरसी का जिक्र टाइफिंग की गलती थी जिसे बाद में सुधार लिया गया। बीडीओ ने बताया कि एक शुद्धिपत्र जारी कर संबंधित कर्मचारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।