सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी कर रहा ये एक्टर, फिल्में देखने तक के पैसे नहीं

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सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी कर रहा ये एक्टर, फिल्में देखने तक के पैसे नहीं

फिल्म इंडस्ट्री की चकाचौंध हर किसी को आकर्षित करती है। लोग इसके ग्लैमर को लेकर काफी सपने देखते हैं। लेकिन इस इंडस्ट्री का एक स्याह पहलू भी है। हाल ही में 90 के दशक के विलन महेश आनंद का निधन हुआ था। महेश आर्थिक तंगी से गुजर रहे थे। अब गुलाल, ब्लैक फ्राइडे, पटियाला हाउस जैसी फिल्मों में काम कर चुके त्रिलोचन सिंह सिद्धू ने अपनी कहानी शेयर की है। त्रिलोचन आज घर चलाने के लिए एक अपार्टमेंट में गार्ड की नौकरी कर रहे हैं।

गुलाल, ब्लैक फ्राइडे, पटियाला हाउस जैसी फिल्मों में कर चुके हैं काम

त्रिलोचन उर्फ सवी सिद्धू ने फिल्मी कैंपेनियन से बातचीत में एक्टिंग से गार्ड तक के अपने संघर्ष की कहानी बताई है। त्रिलोचन ने बताया कि जब उन्होंने मुंबई में अपना संघर्ष शुरू किया तो उन्हें अनुराग कश्यप ने डेब्यू फिल्म पांच ऑफर की थी। हालांकि, ये फिल्म रिलीज नहीं हो सकी थी। इसके बाद वह कई फिल्मों में छोटे-मोटे रोल करने लगे।


त्रिलोचन के मुताबिक एक वक्त उनके पास इतना काम था कि उन्होंने कुछ प्रोजेक्ट्स ये कहकर छोड़ दिए कि उनकी तबियत ठीक नहीं है। कुछ वक्त बाद उन्हें काम मिलना बंद हो गया और उनकी आर्थिक हालत भी खराब होने लगी। अपनी करियर के सबसे मुश्किल दौर के बारे में बात करते हुए सवी ने कहा, “सबसे बुरा वक्त तब था, जब मैंने अपनी पत्नी को खो दिया। इसके बाद उनके पिता, माता की भी मृत्यु हो गई, जिसने उन्हें तोड़ दिया। इसके बाद वह काफी अकेले पड़ गए।”

दो शिफ्ट में करते हैं काम

त्रिलोचन ने बताया कि वह दो शिफ्ट में काम करते हैं। त्रिलोचन के मुताबिक वह सुबह 8 बजे से रात के 8 बजे तक काम करते हैं। इसके बाद उनकी दूसरी शिफ्ट रात 8 बजे से सुबह 8 बजे तक होती है। त्रिलोचन के मुताबिक- ये काम बेहद मुश्किल है। मुझे सोने का वक्त काफी मुश्किल से मिलता है।

त्रिलोचन ने कहा कि- आप सुबह उठते हैं खाना खाते हैं और काम पर जाते हैं। इसके बाद काम से वापस लौटते हैं खाना बनाते हैं और खाना खाकर सो जाते हैं। सवी के मुताबिक मुझे बस से जाकर डायरेक्टर से मिलने तक के पैसे नहीं हैं। सिनेमाघर में फिल्में देखना सपना हो गया है।


अमिताभ और धर्मेन्द्र हैं सवी के हिरो

सवी बताते हैं कि अमिताभ बच्चन और धर्मेंद्र का असर मुझ पर बचपन से ही रहा है। उनके जैसे कपड़े पहनता और उनके जैसे बोलने की कोशिश करता था। फिर लोगों ने समझाया कि डुप्लीकेट मत बनो। खुद को बनाओ। सब कुछ होने के बाद भी अमित जी और धर्मेंद्र मुझ में कूट-कूट कर भरे हुए हैं।

लखनऊ में की शुरुआती पढ़ाई

त्रिलोचन ने अपनी शुरुआती जिंदगी के बारे में भी बताया। सवी के मुताबिक उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई लखनऊ से की थी। इसके बाद वह चंडीगढ़ ग्रेजुएशन करने आ गए। पढ़ाई के दौरान उन्हें मॉडलिंग करने के ऑफर आने लगे। इसके बाद उन्होंने एक्टिंग की तरफ करियर शिफ्ट किया।

सवी ने कहा कि, उन्हें एक्टिंग का बचपन से शौक था। हालांकि, कुछ दिनों बाद वे लॉ की पढ़ाई करने के लिए लखनऊ वापस आ गए थे। हालांकि, उनके भाई की एयरलाइन्स में नौकरी मिल गई। इसके कारण वह मुंबई आ पाए।

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