बुंदेलखंड : कोविड-19 से दहशत में हैं पनगरा गांव के लोग!

  • Follow Newsd Hindi On  

बांदा (उप्र), 30 अप्रैल (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश में बांदा जिले के नरैनी कस्बे में कोविड-19 का संक्रमित मरीज मिलने के बाद पड़ोसी गांव पनगरा के वशिंदे दहशत में हैं। वजह भी साफ है, संक्रमित मरीज को इसी पनगरा गांव का एक व्यक्ति मोटरसाइकिल से मध्य प्रदेश के हरदी गांव से लाया था और वह करीब पांच दिनों तक गांव में घूमता रहा।

मामला कुछ यह है कि नरैनी कस्बे के रामनगर मुहल्ले का रहने वाला 26 वर्षीय युवक मुंबई में पेंटिंग का काम करता था और वह अपने पांच अन्य साथियों के साथ 25 अप्रैल को वहां से मध्य प्रदेश के हरदी गांव पहुंचा। यहां से पनगरा गांव निवासी एक 45 वर्षीय युवक उसे अपनी मोटरसाइकिल पर बैठाकर हरदी गांव से बांदा जिले के नहरी गांव आया और फिर जमवारा गांव ले गया।


कुछ देर पनगरा गांव में रुकने के बाद उसी दिन उसे लेकर मेडिकल कॉलेज गया, जहां से 26 अप्रैल को उसका सैंपल जांच के लिए भेजा गया और 28 अप्रैल को उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इस रिपोर्ट के बाद संक्रमित युवक को मेडिकल कॉलेज के आइसोलेशन वार्ड में रखकर उसका इलाज किया जा रहा है।

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, नरैनी के अधीक्षक डॉ. बी.एस. राजपूत ने बताया, “युवक के संक्रमित पाए जाने के बाद उसके मुहल्ले रामनगर को हॉटस्पॉट घोषित कर सील कर दिया गया है और जमवारा गांव का डेढ़ किलोमीटर का एरिया भी सील किया गया है।”

एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया, “पनगरा गांव के उन लोगों को चिन्हित किया जा रहा है, जिनके संपर्क में संक्रमित युवक या उसे मोटरसाइकिल पर लेकर आने वाला व्यक्ति आया है। पनगरा गांव के इस व्यक्ति को भी क्वारंटीन किया गया है।”


जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. सन्तोष कुमार ने गुरुवार को बताया, “कोविड-19 संक्रमित युवक के संपर्क में आए बांदा शहर के छिपटहरी मुहल्ले के दो परिवारों के 17 लोगों को क्वारंटीन किया गया और उनके सैंपल जांच के लिए झांसी भेजे गए हैं।”

वहीं, पनगरा गांव के बलराम दीक्षित ने बताया, “संक्रमित युवक को मोटरसाइकिल से लेकर जाने वाला व्यक्ति पिछले पांच दिनों से पूरे गांव में घूमता रहा है और एक सौ से ज्यादा लोगों के संपर्क में रहा।”

दीक्षित ने कहा, “जब से जानकारी मिली कि उनका पड़ोसी व्यक्ति संक्रमित युवक के संपर्क में रहा है, तब से हम लोग घर में ताला लगाकर कैद हैं। बाहर पीने का पानी तक लेने नहीं जा रहे।”

बकौल दीक्षित, “गांव में दहशत का माहौल है और ग्रामीण बुरी तरह से आशंकित हैं। पूरा गांव सेनिटाइज्ड किया जाना चाहिए और सभी लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग की जानी चाहिए।”

–आईएएनएस

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम पर फ़ॉलो और यूट्यूब पर सब्सक्राइब भी कर सकते हैं.)