लंबे समय से प्याज की बेतहाशा बढ़ती कीमतों से नाराज बिहार के एक शख्स ने केंद्रीय खाद्य मंत्री रामविलास पासवान पर केस दर्ज किया है। रामविलास पासवान के खिलाफ मुजफ्फरपुर सीजेएम कोर्ट में परिवाद दर्ज किया गया है। मुजफ्फरपुर के मिठनपुरा निवासी राजू नैय्यर ने यह मामला प्याज के बढ़ते भाव पर कंट्रोल नहीं करने को लेकर किया है।
गौरतलब है कि देशभर में प्याज की बढ़ती कीमत ने लोगों की रसोई का बजट बिगाड़ रखा है। उपभोक्ता मामलों के विभाग के पास मौजूद आंकड़ों के मुताबिक, गुरुवार को पणजी में प्याज की कीमत 165 रुपये किलो पर पहुंच गई, जो अब तक प्याज की कीमत का सबसे उच्च स्तर है। हालांकि, देश के कुछ हिस्सों से यह भी खबर आ रही है कि कहीं-कहीं प्याज 180 रुपये किलो भी बिकी है।
प्रमुख शहरों में प्याज का रेट
शहर | 25 नवंबर का रेट | 30 नवंबर का रेट | 5 दिसंबर का रेट |
नई दिल्ली | 76 रुपये | 76 रुपये | 94 रुपये |
मुंबई | 89 रुपये | 82 रुपये | 120 रुपये |
चैन्नै | 59 रुपये | 80 रुपये | 120 रुपये |
कोलकाता | 90 रुपये | 80 रुपये | 120 रुपये |
पणजी | 100 रुपये | 110 रुपये | 165 रुपये |
वहीं खाद्य और आपूर्ति मंत्री राम विलास पासवान ने 5 दिसंबर को एक के बाद कई ट्वीट कर प्याज की महंगाई की वजहें गिनाईं तो यह भी बताया कि सरकार ने अब तक क्या किया है। उन्होंने यह भी कहा कि मिस्र और तुर्की से मंगाए जा रहे प्याज की खेप 15 दिसंबर तक मिलने लगेगी।
बाजार में प्याज की बढ़ी कीमतों को नियंत्रित करने के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। इस बार मानसून में एक महीने की देरी के कारण प्याज की बुवाई में देरी भी हुई और पिछले साल से कम रकबे में बुवाई हुई जिसके कारण उत्पादन घटा और नई फसल के भी बाजार में आने में देर हो रही है।1/9
— Ram Vilas Paswan (@irvpaswan) December 5, 2019