नई दिल्ली, 19 दिसम्बर (आईएएनएस)| दिल्ली के कई छात्र संगठनों ने संयुक्त रूप से नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ गुरुवार को जंतर मंतर पर अपना विरोध जताया।
अलग-अलग गुटों में यहां पहुंचे ये छात्र बिना किसी नेतृत्व के विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। नागरिकता संशोधन कानून का विरोध कर रहे इन छात्रों को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ, जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय छात्र संघ, आईसा समेत कई छात्र संघों का समर्थन प्राप्त था।
सुबह से ही जंतर-मंतर पर भारी संख्या में मौजूद छात्र शाम करीब साढ़े पांच बजे तक विरोध प्रदर्शन में जुटे रहे। छोटी-छोटी टोलियों में बटे इन छात्रों ने अपना विरोध जताने के लिए मुख्यत संगीत का सहारा लिया।
ढपली, ढोलकी, मंजीरों के बीच ये छात्र नारेबाजी करते रहे। कुछ छात्रों ने योगासन के माध्यम से भी राहगीरों का ध्यान अपनी और आकर्षित करने की कोशिश की।
दिल्ली विश्वविद्यालय में एम. ए. की छात्रा अनन्या ने नागरिकता संशोधन कानून पर अपना मत रखते हुए कहा, “सरकार को सभी धर्मो के शरणार्थियों को इस कानून के अंतर्गत लेने चाहिए थे।”
जामिया में पीजी कर रही शाजिया ने कहा कि वह नागरिकता कानून को एकतरफा मानती हैं, इसलिए अपना विरोध दर्ज कराने यहां पहुंची हैं।