दिल्ली में साइबर अपराध रोकने को पुलिस और उपाय करे : उप-राज्यपाल

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नई दिल्ली, 23 दिसंबर (आईएएनएस)| उप-राज्यपाल अनिल बैजल ने सोमवार को राज भवन में दिल्ली पुलिस के अधिकारियों के साथ विशेष बैठक की। चर्चा का विषय था, राष्ट्रीय राजधानी में साइबर अपराध नियंत्रण और जागरूकता पर दिल्ली पुलिस ने क्या कदम उठाए हैं? साथ ही इस बात पर जोर दिया गया कि हर हाल में दिल्लीवासियों को साइबर अपराध से बचाने के लिए निकट भविष्य में और क्या-क्या कदम उठाए जा सकते हैं।

बैठक की अध्यक्षता उप-राज्यपाल ने की। साइबर क्राइम को लेकर बुलाई गई बैठक में दिल्ली पुलिस साइबर सेल के संयुक्त पुलिस आयुक्त, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त व डीसीपी भी मौजूद रहे। उप-राज्यपाल का मानना था कि साइबर अपराध से बचने के लिए जनमानस को सोशल मीडिया के जरिए भी जागरूक किया जाए।


बैठक में एडिश्नल कमिश्नर (साइबर एंड टेक्नोलॉजी सेल) की तरफ से एक प्रजेंटेशन भी प्रस्तुत किया गया। उप-राज्यपाल को साइबर सेल अधिकारियों ने इस प्रजेंटेशन के माध्यम से बताया कि “दिल्ली पुलिस के पास साइबर क्राइम से निपटने के लिए फिलहाल तमाम अत्याधुनिक तकनीक मौजूद हैं, जैसे कि मेमोरी फॉरेंसिक प्रयोगशाला, नेटवर्क फॉरेंसिक प्रयोगशाला, क्लाउड फॉरेंसिक टूल, क्रिप्टो करेंसी फॉरेंसिक टूल, मालवेयर फॉरेंसिक टूल और एडवांस मोबाइल फॉरेंसिक लैब आदि।”

बैठक में दिल्ली पुलिस साइबर सेल के अधिकारियों ने उप-राज्यपाल अनिल बैजल को उन तमाम मामलों से भी वाकिफ कराया जो, हाल ही में दिल्ली पुलिस साइबर सेल द्वारा खोले जा चुके हैं।

दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली पुलिस के पास साइबर प्रिवेंशन अवेयरनेस एंड डिटक्शन सेंटर (साइपैड) और एडवांस साइबर इंवेस्टीगेशन ट्रेनिंग एंड मल्टी-जुरिस्डिक्शन कॉम्प्लेक्स भी है।


उप-राज्यपाल का मत था किदिल्ली पुलिस की साइबर सेल एक डेटाबेस तैयार करे, जिसमें साइबर अपराध से संबंधित तमाम जानकारी हर वक्त उपलब्ध रहे। इससे मामलों की पड़ताल के वक्त पुलिस को मामला सुलझाने में तुरंत मदद मिल सकेगी और समय की बचत भी होगी। साथ ही जांच के बेहतर परिणाम सामने आने की उम्मीद रहेगी।”

 

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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