नई दिल्ली, 24 अप्रैल (आईएएनएस)। कोरोना जैसी महामारी में जब जेल से कैदियों को नहीं छोड़ा गया, तो जेल प्रशासन को फंसाने के लिए कुछ कैदियों ने षड्यंत्र रच डाला। मंडोली जेल के भीतर ही एक वीडियो बनाया और उसे बाहर वायरल करा डाला। इस वीडियो की जांच पूरी हो पाती, कुछ कैदी वीडियो वायरल कांड में फंसते, उससे पहले ही जांच में फंसने वाले कैदियों ने आपस में ही फसाद फैला दिया।
फसाद ही नहीं फैलाया, बल्कि आपस में अपने-अपने सिर भी फोड़ लिये। ताकि घटना का ठीकरा जेल प्रशासन के सिर फोड़ा जा सके।
फिलहाल इस मामले में की उच्च स्तरीय जांच शुरू हो गई है। घटना की पुष्टि जेल प्रवक्ता राज कुमार ने भी शुक्रवार देर रात आईएएनएस से बाचतीत के दौरान की। उन्होंने कहा, “घटना तीन-चार दिन पुरानी है। कुछ कैदियों में इस बात को लेकर आपस में तू-तू मै-मैं हो रही थी कि, उन्हें कोरोना के चलते जेल से बाहर नहीं भेजा गया। इसी से संबंधित एक वीडियो जेल के अंदर मौजूद अज्ञात कैदियों ने खुद ही बनाकर किसी तरह से बाहर वायरल करा दिया।”
जेल प्रवक्ता के मुताबिक, “वायरल हुए उस वीडियो की जांच शुरू कर दी गयी थी। कुछ कैदियों को बयान देने के लिए जांच कमेटी ने बुलाया था। जब गलत वीडियो बनाकर वायरल करवाने वाले कैदियों को लगा कि वे जांच में फंस सकते हैं, तो उन्होंने एक और वीडियो बनाकर वायरल करा दिया है। दूसरा वीडियो मैंने देखा नहीं है। लेकिन संभव है कि, यह दूसरा वीडियो पहले वायरल वीडियो कांड से खुद को बचाने के लिए ही संदिग्धों ने वायरल किया हो।”
आईएएनएस के पास मौजूद वायरल वीडियो में जेल के अंदर मौजूद कुछ कैदी आपस में एक दूसरे के ऊपर हमला कर दिए जाने का आरोप लगा रहे हैं। कुछ कैदी इस दूसरे वीडियो में अपने सिर-बदन में लगी चोटें दिखा रहे हैं।
–आईएएनएस