राफेल मामले में दायर पुनर्विचार याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट में बुधवार को सुनवाई हुई। इस मामले में अटॉर्नी जनरल के के वेणुगोपाल ने अदालत को बताया कि कुछ दस्तावेज रक्षा मंत्रालय से चोरी हुए थे और जिन दस्तावेजों पर ऐडवोकेट प्रशांत भूषण भरोसा कर रहे हैं, वे रक्षा मंत्रालय से चुराए गए हैं। याचिकाकर्ता उनका इस्तेमाल करके आधिकारिक गोपनीयता कानून का उल्लंघन कर रहे हैं। केके वेणुगोपाल ने कहा कि ये गोपनीय दस्तावेज हैं और इन्हें सार्वजनिक नहीं किया जा सकता है। इस मामले में 14 मार्च को सुप्रीम कोर्ट में अगली सुनवाई होगी।
सरकार का पक्ष
सुनवाई के दौरान अटॉर्नी जनरल ने कहा कि क्या हमें एफ-16 से अच्छे जहाज नहीं चाहिए। हम मानते हैं कि मिग ने अच्छा काम किया है जो 1960 में बना था। एजी ने कहा कि मामले में सीबीआई जांच से राफेल को लेकर डील को नुकसान होगा और देशहित में यह ठीक नहीं है। अटॉर्नी जनरल ने राफेल पर पुनर्विचार याचिका और गलत बयानी संबधी आवेदन खारिज करने का अनुरोध करते हुए कहा कि ये चोरी किए गए दस्तावेजों पर आधारित है। अटॉर्नी जनरल ने कहा कि राफेल पर ‘द हिंदू’ की आज की रिपोर्ट भी सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई को प्रभावित करने के समान है जो अपने आप में अदालत की अवमानना है।
प्रशांत भूषण की दलीलें
सुनवाई शुरू होने पर प्रशांत भूषण ने SC से कहा, ‘आपने अपने आदेश में कोर्ट की निगरानी में जांच की मेरी मांग पर सुनवाई ही नहीं की। हमने सीबीआई के सामने शिकायत की थी, आपने सीबीआई से रिपोर्ट तक नहीं मांगी।’ जब वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने कोर्ट को नया दस्तावेज देने की कोशिश की, तब कोर्ट ने साफ कहा, ‘हम किसी भी नए दस्तावेज पर सुनवाई नहीं करेंगे।’ चीफ जस्टिस ने कहा कि प्रशांत भूषण को सुनने का यह अर्थ नहीं है कि SC राफेल डील के दस्तावेजों को रिकॉर्ड में ले रहा है।
वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने SC से कहा कि सरकार ने सीलबंद लिफाफे में जो रिपोर्ट दी थी, उसमें गलतियां थीं, जिसके आधार पर कोर्ट ने फैसला दिया था। यह झूठे साक्ष्य का मामला बनता है। उन्होंने SC से कहा कि जब प्राथमिकी दायर करने और जांच के लिए याचिकाएं दाखिल की गईं तब राफेल पर महत्वपूर्ण तथ्यों को दबाया गया।
भूषण ने कहा कि अगर तथ्यों को दबाया नहीं गया होता तो सुप्रीम कोर्ट ने राफेल डील मामले में प्राथमिकी और जांच संबंधी याचिका को खारिज नहीं किया होता। इस पर अटॉर्नी जनरल (AG) केके वेणुगोपाल ने कहा कि अधिवक्ता प्रशांत भूषण जिन दस्तावेजों पर भरोसा कर रहे हैं, वे रक्षा मंत्रालय से चुराए गए हैं। AG ने कोर्ट से कहा कि राफेल सौदे से जुड़े दस्तावेजों की चोरी होने के मामले की जांच चल रही है।
AAP सांसद की रिव्यू पिटिशन खारिज
राफेल पर सुनवाई के दौरानसुप्रीम कोर्ट ने आप नेता संजय सिंह पर सख्त टिप्पणी की। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हम आप नेता संजय सिंह की दलीलें नहीं सुनेंगे। संजय सिंह की टिप्पणियां अपमानजनक हैं। उनकी टिप्पणियों पर कार्रवाई की जाएगी।
कांग्रेस ने मोदी सरकार पर साधा निशाना
कांग्रेस ने एक बार फिर मोदी सरकार पर आरोप लगाया है कि मोदी सरकार की चोरी पकड़ी गई है। साफ हो गया है कि राफेल डील पर दसॉ एविएशन को फायदा पहुंचाने की कोशिश की गई है. राफेल डील के लिए सरकार ने ज्यादा कीमत दी है।